बहरैन, मस्जिदों के खंडहर पर मुसलमान नमाज़ पढ़ने पर मजबूर
बहरैन के शिया मुसलमानों ने कल रात की मग़रिब और ईशा की नमाज़ अलवियात मस्जिद के खंडहर पर पढ़ी जिसे आले ख़लीफ़ा शासन के सुरक्षा बलों ने तबाह कर दिया था।
मेहर न्यूज़ एजेन्सी की रिपोर्ट के अनुसार फ़रवरी 2011 से जब से बहरैन में शांतिपूर्ण सरकार विरोधी प्रदर्शन हो रहे हैं तब से लेकर अब तक बहरैनी प्रशासन शिया मुसलमानों की 39 मस्जिदों को खुले आम तबाह कर चुका है ।
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि बहरैनी प्रशासन ने अंतर्राष्ट्रीय दबाव के अंतर्गत देश की 42 प्रतिशत ख़राब मस्जिदों का निर्माण कराया है और कुछ मस्जिदों के स्थान पर पार्क और संग्राहलय बना दिया।
बहरैनी प्रशासन की दमनात्मक कार्यवाहियों के बावजूद बहरैन की जनता मस्जिदों को तबाह करने की प्रशासन की कार्यवाहियों की कड़ाई से निंदा कर रही है और तबाह मस्जिदों के खंडहर पर नमाज़ पढ़ने पर विवश हैं। बहरैनी नागरिकों की इस कार्यवाही के कारण नमाज़ियों और मस्जिदों के इमामों को गिरफ़्तार किया गया। (AK)