अगर अमरीका ने सीरिया पर हमला किया तो जवाब देंगे, रूस
रूस के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने कहा है कि अगर अमरीका ने सीरिया पर हमले में मीज़ाईल और लांचर्ज़ को निशाना बनाया तथा सीरिया में मौजूद रूसी कर्मियों की जान ख़तरे में पड़ी तो उनका देश अमरीकी हमले का जवाब देगा।
न्यूज़ एजेंसी आरआईए के अनुसार, रूस के जनरल स्टाफ़ के प्रमुख जनरल ग्रेसिमोफ़ ने कहा कि दमिश्क़ में विपक्षी धड़ों में मेल-जोल कराने वाले केन्द्र के प्रतिनिधि और सीरियाई रक्षा प्रतिष्ठानों में रूसी सेवा कर्मी और सलाहकार मौजूद हैं।
रूस की यह चेतावनी ऐसे समय आयी है जब एक दिन पहले संयुक्त राष्ट्र संघ में अमरीकी दूत निकी हेली ने कहा है कि अमरीका सीरिया के ख़िलाफ़ एकपक्षीय रूप से कार्यवाही के लिए तय्यार है जिस तरह उसने पिछले साल कथित रासायनिक हमलों का इल्ज़ाम लगा कर सीरियाई वायु सेना की छावनी पर बमबारी की थी।
रूसी जनरल ने कहा कि अमरीका सीरियाई सेना पर केमिकल हथियारों के इस्तेमाल का इल्ज़ाम लगाने और सीरियाई सरकार के हाथों बड़ी संख्या में नागरिकों की हत्या के कथित सुबूत विश्व समुदाय के सामने पेश करने की योजना बना रहा है।
उन्होंने कहा कि वॉशिंग्टन सीरिया की राजधानी दमिश्क़ में उन इलाक़ों पर हमले की योजना बना रहा है जिन पर सीरियाई सरकार का नियंत्रण है। जनरल ग्रेसिमोफ़ ने कहा कि मॉस्को के पास इस बात की ठोस सूचना है कि मिलिटेंट्स नागरिकों के ख़िलाफ़ केमिकल हमले कर उसकी ज़िम्मेदारी सीरियाई सरकार पर मढ़ने की तय्यारी कर रहे हैं।
ग्रेसिमोफ़ ने कहा कि मिलिटेंट्स ग़ूता सहित दूसरे क्षेत्रों से नागरिकों और बच्चों को अपने साथ लाए हैं ताकि उन्हें सुनियोजित केमिकल हमले के पीड़ित के तौर पर दिखाएं और इस काम के लिए फ़िल्म बनाने और सेटलाइट वीडियो ट्रांसमिशन की पहले ही तय्यारी हो चुकी है।
ग़ौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र संघ में सीरिया के दूत बश्शार जाफ़री ने अमरीका की ओर से नए सैन्य ख़तरे की भर्त्सना करते हुए कहा कि हेली के बयान का लक्ष्य आतंकियों को केमिकल हमले के लिए उकसाना और दमिश्क़ के ख़िलाफ़ झूठे सुबूत तय्यार कराना है।(MAQ/N)