बहरैन की अलजौव जेल में क़ैद, बंदियों की दयनीय स्थिति
सोशल मीडिया पर बहरैन के अलजौव जेल की कुछ तस्वीरें सार्वजनिक होने के बाद, पूरे इस्लामी जगत और मानवाधिकार संगठनों ने गहरी चिंता व्यक्त की है।
प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार बहरैन की अलग-अलग जेलों में क़ैद राजनीतिक बंदियों की दयनीय व अपमानजनक स्थिति की ख़बरें तो आए दिन सामने आती रहती थीं लेकिन बहरैन के अलजौव जेल की जो तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आई हैं उनको देखकर इस्लामी जगत के मानवताप्रेमी लोग और कुछ अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों ने गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा है अलजौव जेल में क़ैद राजनीतिक क़ैदी अत्याधिक दयनीय परिस्थितियों में अपने जीवन व्यतीत कर रहे हैं।
मीडिया सूत्रों के मुताबिक़ बहरैन के सक्रिय मानवाधिकार कार्यकर्ता, इब्तेसाम अस्साएग़ का कहना है कि राजनीतिक क़ैदियों के गंभीर रूप से बीमार होने के बावजूद, उन्हें चिकित्सा केंद्रों में स्थानांतरित नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि, राजनीतिक क़ैदियों की दयनीय स्थिति के बावजूद, उनपर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है जिसके कारण जेल में क़ैद राजनीतिक बंदियों का स्वास्थ्य दिन प्रतिदिन गिरता जा रहा है और नई-नई तरह की बीमारियों से जूझ रहे हैं।

बहरैनी मानवाधिकार कार्यकर्ता इब्तेसाम अस्साएग़ की रिपोर्ट के अनुसार, जेल में बिजली काट दी गई है और राजनीतिक कैदियों को इस भीषण गर्मी में विभिन्न बीमारियों के साथ एक अत्यंत दयनीय जीवन गुज़ारना पड़ रहा है जो अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार के सभी क़ानूनों का खुला उल्लंघन है। रिपोर्ट के मुताबिक़ इसी तरह जेल में क़ैद बंदियों को ऐसा खाना दिया जा रहा है जिसमें कीड़े उबल रहे होते हैं और पानी भी ऐसा है कि नालियों का पानी उससे बेहतर होता है, ऐसा खाना खाने के बाद कई क़ैदियों की हालत ऐसी थी जैसे ज़हर खाने के बाद होती है।
अलवेफ़ाक़ियून न्यूज़ चैनल की रिपोर्ट के अनुसार, बहरैन की आले ख़लीफ़ा सरकार इस देश में क़ैद राजनीतिक क़ैदियों के साथ ऐसा क्रूरतापूर्ण व्यवहार कर रही है कि जिसका उद्देश्य इन सभी क़ैदियों को जेल के भीतर मौत की नींद सुलाना है। न्यूज़ चैनल की ओर से यह अपील की गई है कि इन क़ैदियों की मदद के लिए लोग आगे आकर सभी अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों के दरवाज़े खटखटाएं। (RZ)