गृहयुद्ध में सफलता सीरिया को ही मिलेगीः फ़्रांस
फ़्रांस ने यह बात स्वीकार की है कि गृहयुद्ध में सीरिया की सरकार को ही सफलता मिलेगी।
फ़्रांस के विदेशमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में यह बात स्वीकार की है कि सीरिया में जारी गृहयुद्ध में दमिश्क़ को सफलता मिलेगी। लोदरियां ने यह बात रविवार को कही है। उनका कहना था कि आतंकवादियों के मुक़ाबले में सीरिया की सरकार को अंततः सफलता मिलेगी। उन्होंने साथ में यह धमकी भी दी है कि अगर सीरिया में रासायनिक शस्त्रों का प्रयोग किया जाता है तो फिर पश्चिमी देश, सीरिया पर हमला कर देंगे। फ़्रांसीसी विदेशमंत्री का सीरिया की विजय के संबन्ध में यह बयान, इस देश में सक्रिय पश्चिम समर्थित आतंकवादी गुटों के प्रति उनकी निराशा का परिचायक है।
फ़्रांस और ब्रिटेन सन 2011 से सीरिया की वैध सरकार को गिराने के उद्देश्य से हर संभव प्रयास करते आ रहे हैं। इस दौरान उन्होंने बश्शार असद की सरकार को गिराने के लिए बहुत से आतंकवादी संगठनों का खुलकर वत्तीय एवं सैन्य समर्थन किया। अब जबकि बश्शार असद की वैध सरकार को गिराने की ओर से पश्चिमी देश पूरी तरह से निराश हो चुके हैं तो उन्होंने सीरिया के गृहयुद्ध में इस देश की विजय की बात कहनी आरंभ कर दी है।
सीरिया की वैध सरकार को गिराने से पश्चिम का लक्ष्य वास्तव में प्रतिरोध के केन्द्र को धराशाई करना था। आतंकवादी गुटों का समर्थन करके पश्चिम ने सीरिया की जनता को बहुत हानि पहुंचाई है। अब जब सीरिया में जंग का पासा पलट गया है और सीरिया की सेना अपने घटकों के साथ आतंकवादियों के अन्तिम ठिकाने को धराशाई करने की तैयारी में हैं तो पश्चिम ने बश्शार असद की सरकार की विजय की बात कहनी शुरू कर दी है।
इसी बीच सीरिया के विदेशमंत्री ने बताया है कि ब्रिटेन, इदलिब तक रासायनिक हथियार पहुंचाने के लिए आतंकवादियों की मदद कर रहा है। वलीद अलमुअल्लिम ने शनिवार को एक इंटर्व्यू में बताया है कि कुछ देशों विशेषकर ब्रिटेन की खुफिया एजेन्सियां, रासायनिक हथियारों के टैंकर इदलिब पहुंचाने में अन्नुस्रा फ्रंट के आतंकवादियों की मदद कर रही हैं।आतंकवादियों की योजना यह है कि जब सीरियाई सेना इदलिब पर हमला करे तो वे नागरिकों पर रासायनिक हमला करके उसका आरोप सीरियाई सेना पर मढ़ दें। सीरियाई विदेशमंत्री ने अपने देश में सक्रिय आतंकवादियों विशेषकर दाइश और अन्नुस्रा फ्रंट को अमरीका की ओर से समर्थन जारी रहने के सुबूतों का उल्लेख भी किया। सीरिया और रूस ने भी वलीद अलमुअल्लिम की बात की पुष्टि करते हुए बताया है कि आतंकवादी गुट इदलिब में रासायनिक हमला करके उसका आरोप सीरिया की सेना पर लगाने की तैयारी कर रहे हैं।
इसी बीच रूस ने शनिवार से मेडिट्रेनियन सागर में सैन्य अभ्यास आरंभ कर दिया है। बताया जाता है कि शीत युद्ध की समाप्ति के बाद रूस का यह सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास है जिसे टीकाकार माॅस्को की ओर से पश्चिम को धमकी के रूप में देख रहे हैं। इन बातों से यह पता चलता है कि रूस, सीरिया की सरकार के साथ मिलकर पश्चिमी षडयंत्रों का डटकर मुक़ाबला करना चाहता है।