अम्मान का पानी बंद हो जायेगाः इस्राईल
(last modified Tue, 23 Oct 2018 15:22:54 GMT )
Oct २३, २०१८ २०:५२ Asia/Kolkata
  • अम्मान का पानी बंद हो जायेगाः इस्राईल

जार्डन की जनता भी बड़े पैमाने पर प्रदर्शन करके इन क्षेत्रों को जायोनी शासन से लेकर इस देश के हवाले किये जाने की मांग कर रही है।

ज़ायोनी शासन के कृषि मंत्री एरवी एरियल ने कहा है कि अगर जार्डन अलबाकूरा और अलग़मर क्षेत्रों को इस्राईल से लेना चाहता है तो तेलअवीव अम्मान का पानी बंद कर देगा।

इसी प्रकार उन्होंने कहा कि अलग़मर और अलबाकूरा क्षेत्रों के बारे में इस्राईल और जार्डन के मध्य जो सहमति हुई है अगर वह निरस्त होती है तो तेलअवीव जार्डन की राजधानी अम्मान के आधे से अधिक पानी को बंद कर देगा।

जार्डन नरेश अब्दुल्लाह द्वितीय ने कहा है कि अलग़मर और अलबाकूरा क्षेत्रों के संबंध में जार्डन और इस्राईल के मध्य वर्ष 1994 में जो समझौता हुआ था वह समाप्त हो गया है और इस्राईल को चाहिये कि वह इन क्षेत्रों को जार्डन के हवाले कर दे।

ज्ञात रहे कि जार्डन की जनता भी बड़े पैमाने पर प्रदर्शन करके इन क्षेत्रों को जायोनी शासन से लेकर इस देश के हवाले किये जाने की मांग कर रही है।

जार्डन नरेश ने अलग़मर और अलबाकूरा क्षेत्रों के संबंध में होने वाले समझौते को निरस्त करने के बारे में जो बयान दिया है उससे इस देश की जनता के मध्य खुशी की लहर दौड़ गयी है। पिछले शनिवार को भी जार्डन की जनता ने बड़े पैमाने पर प्रदर्शन करके इस देश की सरकार से मांग की थी कि वह अलग़मर और अलबाकूरा क्षेत्रों को इस्राईल से वापस ले।

अगर अरब देशों की सरकारें अपनी जनता की मांगों पर ध्यान दें और जायोनी शासन की विस्तारवादी कार्यवाहियों के मुकाबले में ठोस फैसला लें तो उनके और अरब सरकारों के मध्य जो दूरियां हैं वे कम हो जायेंगी।

इसी प्रकार अगर अरब सरकारें अपनी जनता की मांगों पर ध्यान दें तो उनकी वैधता में वृद्धि हो जायेगी। जार्डन की सरकार ने जायोनी शासन के साथ वर्ष 1994 में एक समझौते पर हस्ताक्षर करके अलग़मर और अलबाकूरा क्षेत्रों को इस्राईल के हवाले कर दिया था परंतु लगभग 25 वर्षों का समय बीत जाने के बावजूद जार्डन की संप्रभुता इस देश के पूरे क्षेत्रों पर नहीं है।

मिस्र के बाद जार्डन दूसरा देश है जिसने इस्राईल को मान्यता दी है और उसके साथ कूटनयिक संबंध स्थापित किया है और रोचक बात यह है कि इस्राईल अरब देशों के मध्य शांतिपूर्ण ढंग से प्रवेश के लिए जार्डन को प्रवेश द्वार के रूप में देखता है।

बहरहाल जार्डन और इस्राईल के संबंधों में तनाव और कड़वाहट आ जाने के बाद इस प्रवेश द्वार के बंद हो जाने की अपेक्षा है और यदि एसा होता है तो इस्राईल के लिए स्थिति और जटिल हो जायेगी। MM

 

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