लैटिन अमेरिकी देशों ने इस्राइल द्वारा ईरान पर हमलों की निंदा
पार्स टुडे: लैटिन अमेरिकी सरकारों और राजनीतिक गुटों व पार्टियों ने ज़ायोनी शासन द्वारा ईरान के ख़िलाफ़ हमलों की निंदा करते हुए इस्लामिक गणतंत्र ईरान के साथ एकजुटता व्यक्त की है।
शुक्रवार, 13 जून की सुबह से, तेल अवीव की जाली सरकार द्वारा तेहरान और ईरान के कई शहरों पर हमले के बाद - जिसमें कई सैन्य कमांडरों, वैज्ञानिकों और नागरिकों की शहादत हुई - लैटिन अमेरिकी देशों ने इस्राइल के हमलों की भर्त्सना की है।
पार्स टुडे के अनुसार क्यूबा के राष्ट्रपति मिगेल डियाज़-कैनेल ने ज़ायोनी शासन के हमलों की निंदा करते हुए कहा: "यह हमला पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ाने और अप्रत्याशित परिणामों के साथ अंतरराष्ट्रीय व क्षेत्रीय शांति को खतरे में डालने वाला है। इज़राइल की बर्बरता को रोका जाना चाहिए और अंतरराष्ट्रीय क़ानून का सम्मान किया जाना चाहिए।"
वेनेजुएला के विदेश मंत्रालय ने इज़रायल शासन द्वारा इस्लामिक रिपब्लिक ईरान के खिलाफ अवैध, अनुचित और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करने वाले सैन्य आक्रमण" की कड़ी भर्त्सना की है।
वेनेजुएला के विदेश मंत्रालय ने कहा: "यह एक जंगी कार्यवाही है जो ज़ायोनी शासन के प्रधानमंत्री बिन यामिन नेतनयाहू के लंबे अपराधिक इतिहास में एक और अध्याय जोड़ता है - एक ऐसा शासन जिसका विनाशकारी तंत्र किसी भी कानून का पालन नहीं करता।"
वेनेजुएला के राष्ट्रपति 'निकोलस मादुरो' ने नेतन्याहू को 21वीं सदी का हिटलर बताते हुए ज़ोर देकर कहा कि यह लैटिन अमेरिकी देश ज़ायोनी शासन द्वारा ईरान के खिलाफ आपराधिक हमले की कड़ी निंदा करता है।
निकारागुआ सरकार ने भी "इज़रायली शासन द्वारा इस्लामिक रिपब्लिक ईरान की सरकार और जनता के खिलाफ क्रूर व बेरहम आक्रमण" और "अत्यंत खतरनाक सैन्य हमले की कड़ी निंदा की है।
निकारागुआ सरकार के बयान में कहा गया:
"इस कायरतापूर्ण हमले के साथ, जिसने सह-अस्तित्व और अंतरराष्ट्रीय समझौतों के सभी नियमों और मानदंडों का उल्लंघन किया है, इज़रायल लगातार दुनिया को एक अप्रत्याशित पैमाने और परिणामों वाले युद्ध के खतरे में डाल रहा है।"
निकारागुआ की राष्ट्रीय असेंबली के अध्यक्ष ने ज़ायोनी शासन के हमलों की निंदा की और शहीदों के परिवारों और ईरानी सरकार व जनता के प्रति संवेदना व्यक्त की
मैक्सिको के विदेश मंत्रालय ने: "गहरी चिंता" जताई और "मध्य पूर्व में हिंसा की बढ़ती लहर" की निंदा की और उन कार्यों से बचने का आग्रह किया जो "नागरिकों की जान जोखिम में डालते हैं"
ब्राज़ील के विदेश मंत्रालय ने भी ईरान पर इस्राइल के हमले के कड़ी निंदा की।
इज़राइली हवाई हमले को "ईरान की संप्रभुता और अंतरराष्ट्रीय क़ानून की स्पष्ट अवहेलना" बताया
ब्राज़ील की वर्कर्स पार्टी ने एक आधिकारिक बयान जारी करके ज़ायोनी शासन के ईरान के खिलाफ आक्रमणों की कड़ी निंदा की और इस शासन के प्रधानमंत्री पर "अंतरराष्ट्रीय कानूनों के उल्लंघन" करने का आरोप लगाया
चिली की कम्युनिस्ट पार्टी ने अपने बयान में इज़रायली शासन द्वारा ईरान पर हमले की निंदा की
ईरान में आवासीय भवनों और असैन्य परमाणु ढांचे पर हमले पर "गहरी चिंता" व्यक्त की और हमलों व कार्यों को "अंतरराष्ट्रीय कानूनों के विपरीत" बताते हुए इसकी कड़ी भर्त्सना की।
ALBA गठबंधन अर्थात बोलीवेरियन अलायंस फॉर द पीपल्स ऑफ अवर अमेरिका ने: अल-कुद्स के कब्ज़े वाले शासन द्वारा ईरान पर सैन्य आक्रमण की निंदा की। mm