क्या है हिज़्बुल्लाह की यूनिट नंबर 910? तेलअबीव के लिए क्यों है भयानक सपना? बताया अलजज़ीरा ने
क़तर के टीवी चैनल अलजज़ीरा ने अपनी एक रिपोर्ट में हिज्बुल्लाह की खुफिया युनिट- 910 के बारे में कुछ जानकारियां दी हैं जिसके कमांडर को इस्राईल, " शेडो" कहता है।
अलजज़ीरा ने बताया है कि हिज़्बुल्लाह की युनिट-910 बेहद प्रशिक्षित कमांडोज़ पर आधारित है और इस युनिट की कार्यशैली इस तरह की है कि वह छोटे छोटे गुटों में बंट कर किसी नेटवर्क की तरह एक दूसरे के पूरक के रूप में करती है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि हिज़्बुल्लाह की यूनिट-910 वास्तव में इस सगंठन की विदेश इकाई है और वह लेबनान से बाहर हिज़्बुल्लाह के आप्रेशन को व्यवहारिक बनाती है। भौगोलिक दृष्टि से जैसा कि अमरीका के आतंकवाद निरोधक केन्द्र के प्रमुख " निकोलस रास्मोसन" का कहना है, हिज़्बुल्लाह की इस युनिट के सदस्य पूरी दुनिया में फैले हैं और वाशिंग्टन में आतंकवाद व जासूसी निरोधक कार्यक्रम के प्रमुख " मैथ्यू लेविथ" के अनुसार इस युनिट के सदस्य हमेशा अमरीकी व इस्राईली हितों को निशाना बनाने के लिए पूरी तरह से तैयार रहते हैं। इस यूनिट की कमान सीधे स्वंय हिज़्बुल्लाह के महासचिव सैयद हसन नसरुल्लाह के हाथ में है।

अलजज़ीरा ने बताया है कि हिज़्बुल्लाह की इस इकाई में शिया और गैर शिया सदस्य हैं जिन्हें बहुत बारीकी के साथ चुना और फिर बहुत कठिन सैन्य ट्रेनिंग दी जाती है। उनके पास विभिन्न देशों के कागज़ात और कई देशों की नागरिकता होती है ताकि वह आज़ादी के साथ पूरी दुनिया में जहां चाहें जा सकें। इस यूनिट के सदस्य लंबे अभियानों पर काम करते हैं और पूरी दुनिया में हिज़्बुल्लाह के स्थानीय समर्थकों के संपर्क में रहते हैं। यह लोग हर देश में स्थानीय नेटवर्क बना कर काम करते हैं और इनके अभियान बेहद महत्वपूर्ण और दीर्घकालिक होते हैं।
हिज़्बुल्लाह की युनिट-910 के रहस्मय कमांडर, तेलाल हिमिया!
अलजज़ीरा टीवी चैनल ने हिज़्बुल्लाह की युनिट-910 के कमांडर तेलाल हिमिया के बारे में लिखा है कि यूनिट-910 के कमांडर " तेलाल हुसैन हिमिया" हैं जो " अबू जाफर" के नाम से मशहूर हैं। वह इस वक्त, यूनिट-910 के आप्रेशन कमांडर हैं और उन्हें, इस्राईली सैन्य अफसर " शेडो" के नाम से याद करते हैं क्योंकि लेबनान में उनके बारे में कोई दस्तावेज़ मौजूद नहीं हैं, उनके सामाजिक जीवन के बारे में किसी को कुछ नहीं पता और न ही वह कभी लोगों के सामने आते हैं वह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रहते हैं। हिमिया आज जिस पद पर हैं उस पर हिज़्बुल्लाह के बेहद मशहूर कमांडर " एमाद मुग़निया" काम कर चुके हैं जिनकी सन 2008 में दमिश्क़ में हत्या कर दी गयी थी। तलाल के कई नाम हैं, कभी उन्हें तलाल हसनी तो कभी इस्मत मीज़ारानी जैसे नामों से याद किया जाता है। एफबीआई ने उनके घरवालों को अलकाएदा के संस्थापक उसामा बिन लादिन के घरवालों जैसा बताया है और उनके घर वालों को " लेबनानी बिन लादिन " का परिवार कहा जाता है क्योंकि उनका परिवार, हिज़्बुल्लाह में बेहद मशहूर है।
अजज़ीरा की रिपोर्ट में बताया गया है कि तलाल ने इस यूनिट के पूर्व कमांडर और एमाद मुगनिया के दामाद " मुस्तफा बदरुद्दीन" की जगह संभाली है जो सन 2016 में सीरिया में मारे गये। पचास वर्षीय तेलाल लेबनान के बालाबक से संबंध रखते हैं और बदरुद्दीन और एमाद मुगनिया के साथ काम कर चुके हैं।
अजज़ीरा ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि जनरल क़ासिम सुलैमानी की हत्या का अमरीका से बदला लेने का काम भी संभावित रूप से हिज़्बुल्लाह की यूनिट-910 के हवाले किया गया है।
हालांकि हिज़्बुल्लाह के महासचिव सैयद हसन नसरुल्लाह ने जनरल क़ासिम सुलैमानी की शहादत के बाद कहा था कि ईरान ने क्षेत्र के किसी भी गुट से बदला लेने के लिए मदद नहीं मांगेगा।
याद रहे अमरीका की आतंकवादी सेना ने गत 3 जनवरी को बगदाद एयरपोर्ट के निकट ईरान की कुद्स फोर्स के कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल क़ासिम सुलैमानी और इराक़ी स्वंय सेवी बल के डिप्टी कमांडर अबू मेहदी अलमुहंदिस को शहीद कर दिया था। Q.A.