यमन का सऊदी अरब के दिल पर हमला, भूखों ने अपनी ताक़त दिखा दी
(last modified Tue, 23 Jun 2020 15:30:03 GMT )
Jun २३, २०२० २१:०० Asia/Kolkata
  • यमन का सऊदी अरब के दिल पर हमला, भूखों ने अपनी ताक़त दिखा दी

सऊदी अरब और उसके घटकों ने यमन पर हालिया दिनों में हमले तेज़ कर दिए जबकि यमन की सेना और स्वयं सेवी बलों की ओर से कोई ख़ास जवाबी कार्यवाही नहीं देखी गयी जिसके बाद से राजनैतिक हल्क़ों में यह सवाल पैदा होने लगा था कि क्या भूखे, नंगे, ग़रीब और कोरोना की मार झेल रहे यमनियों ने सऊदी अरब और उसके घटकों के आगे हथियार डाल दिए?

यह भ्रम सोमवार की रात उस समय टूट गया जब यमन के दर्जनों मीज़ाइलों और ड्रोन विमानों ने एक साथ सऊदी अरब के कई ठिकानों पर हमले शुरु कर दिए। हमले के बाद सऊदी अरब ने कहा कि उसने तीन बैलेस्टिक और ड्रोन विमानों को इन्टरसेप्ट कर लिया या मार गिराया।  

थोड़ी देर के बाद यमनी सेना के प्रवक्ता का बयान आया और उन्होंने कहा कि हमले पूरी सटीकता के साथ किए गये और हमलों का ब्योरा जारी किया जाएगा। पूरी दुनिया की निगाहें यमनी सेना के प्रवक्ता के आने वाले बयान पर थी। तभी यमनी सेना के प्रवक्ता पत्रकारों के सामने आए और उन्होंने जो ब्योरा दिया उससे पता चला कि यमन के भूखों और ग़रीबों ने सऊदी अरब की ईंट से ईंट बजा दी।

यमनी सेना के प्रवक्ता ने ब्रिगेडियर यहया सरी ने बताया है कि यमनी बलों ने सऊदी दुश्मन की राजधानी पर अब तक सबसे बड़ा हमला किया है। उन्होंने बताया कि रियाज़ पर किए गए इस हमले में सऊदी अरब के रक्षा मंत्रालय, गुप्तचर मंत्रालय, सलमान एयर बेस, कई अन्य सैन्य ठिकानों और जीज़ान व नजरान में भी कई फ़ौजी छावनियों को तबाह कर दिया गया। उनका कहना था कि इस सैन्य कार्यवाही में बड़ी संख्या में क़ुद्स व ज़ुलफ़ेक़ार बैलिस्टिक व क्रूज़ मीज़ाइलों और इसी तरह ड्रोन विमानों का इस्तेमाल किया गया।

यमनी सेना का यह जवाबी हमला ऐसी स्थिति में किया गया है कि सऊदी अरब के घटक यमन में अधिक से अधिक हिस्से पर क़ब्ज़ा करने और विशिष्टता हासिल करने के प्रयास में हैं। अभी कुछ दिन पहले ही यह ख़बर आई थी कि दक्षिणी अंतरिम परिषद के लड़ाकों ने यमन के सुक़ुतरा द्वीप पर क़ब्ज़ा कर लिया और इस क्षेत्र के गवर्नर को हेलीकाप्टर द्वारा रियाज़ पहुंचाया गया।

सुक़ुतरा द्वीप के हालात देखने से पता चलता है कि सऊदी और संयुक्त अरब इमारात के बीच यमन को लेकर कुछ गुप्त समझौता हो गया है जबकि दोनों देशों के सैनिक और एजेन्ट आपस में भिड़े भी हुए हैं। इससे पहले शबवा, अबयन और फिर सुक़ुतरा द्वीप में होने वाली झड़पों ने सऊदी अरब और उसके सैनिकों व एजेन्टों कों को निराश कर दिया है।

मंसूर हादी के सैनिकों और एजेन्टों को सऊदी अरब का यह खुला संदेश है कि हम यमन में अंसारुल्लाह से युद्ध करने के लिए हैं, न कि दक्षिणी लोगों से आपको बचाने के लिए। मंसूर हादी और उनके एजेन्टों की हालत देखने के बाद यह पता चल गया है कि सऊदी अरब के लिए मंसूर हादी की डेट एक्सपायर कर गयी है और अब रियाज़ किसी दूसरे विकल्प पर सोच रहा है। (AK)

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