चुनाव स्थगित करने के ख़िलाफ़ फ़िलिस्तीन के दूरदराज़ इलाक़ों में प्रदर्शन
स्वशासित फ़िलिस्तीनी प्रशासन के चुनाव को स्थगित करने के फ़ैसले के ख़िलाफ़, फ़िलिस्तीन के अनेक इलाक़ो में लोगों ने विरोध जताया।
स्वशासित फ़िलिस्तीनी प्रशासन के प्रमुख महमूद अब्बास ने शुक्रवार को आधिकारिक रूप से फ़िलिस्तीन की सर्ज़मीं पर चुनाव स्थगित करने का एलान करते हुए कहा कि चुनाव का आयोजन अतिग्रहित क़ुद्स में चुनाव पर निर्भर है।
महमूद अब्बास के इस फ़ैसले के ख़िलाफ़, शुक्रवार को फ़िलिस्तीन के प्रांतों और ग़ज़्ज़ा पट्टी में दसियों जगह प्रदर्शन हुए। महमूद अब्बास के फ़ैसले के ख़िलाफ़, ग़ज़्ज़ा की सड़कें फ़िलिस्तीनियों से भरी हुयी थीं। लोगों के हाथ में ऐसे प्लेकार्ड थे जिनमें महमूद अब्बास के मनमाने फ़ैसले की निंदा में नारे लिखे थे।
फ़िलिस्तीनियों ने इलेक्शन को समय पर कराने की मांग की है।
हमास ने एक बयान में,स्वशासित फ़िलिस्तीनी प्रशासन और फ़त्ह आंदोलन को फ़िलिस्तीन में इलेक्शन के टलने के फ़ैसले और इसके अंजाम के लिए ज़िम्मेदार बताया और इसे राष्ट्रीय सहमति व भागीदारी की प्रक्रिया के ख़िलाफ़ विद्रोह कहा।
हमास ने कहा कि जिस तरह फ़िलिस्तीनी राष्ट्र ने क़ुद्स में अपनी ताक़त का ज़ायोनी शासन से लोहा मनवाया, उसी तरह वह इस शासन को चुनाव के आयोजन के लिए भी झुका सकता है।
फ़िलिस्तीन का संसदीय चुनाव 15 साल बाद 22 मई 2021, स्वशासित फ़िलिस्तीनी प्रशासन के अध्यक्ष का चुनाव 31 जुलाई और राष्ट्रीय परिषद का चुनाव 31 अगस्त को फ़िलिस्तीन में होना तय पाया है।
ग़ौरतलब है कि ज़ायोनी शासन क़ुद्स में चुनाव के ख़िलाफ़ है, इसी को महमूद अब्बास ने अपने फ़ैसने का आधार बताया है, जबकि हमास और जेहादे इस्लामी संगठन का कहना है कि इस फ़ैसले के पीछे यह वजह नहीं, बल्कि कुछ और वजह है। (MAQ/N)
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