अमेरिका वास्तविकता छिपा रहा हैः रूस
https://parstoday.ir/hi/news/world-i111218-अमेरिका_वास्तविकता_छिपा_रहा_हैः_रूस
यूक्रेन के बूचा शहर से शवों की तस्वीरें सामने आने के बाद एक नयी बहस छिड़ गयी है।
(last modified 2023-04-09T06:25:50+00:00 )
Apr ०४, २०२२ १२:५७ Asia/Kolkata

यूक्रेन के बूचा शहर से शवों की तस्वीरें सामने आने के बाद एक नयी बहस छिड़ गयी है।

यूक्रेनी अधिकारी यह आरोप लगा रहे हैं कि बूचा शहर में रूसी सैनिकों ने नरसंहार किया है जबकि रूस इस आरोप का कड़ाई से खंडन कर रहा है।

वाशिंग्टन में रूसी राजदूत ने कहा है कि अमेरिका जानबूझ कर इस वास्तविकता को छिपा रहा है कि इस शहर के लोगों पर फायरिंग यूक्रेनी सैनिकों ने किया है।

समाचार एजेन्सी फार्स की रिपोर्ट के अनुसार आनातोली आंतोनोफ ने न्यूज़वीक के साथ साक्षात्कार में कहा कि जब यूक्रेन का बूचा शहर रूसी सैनिकों के नियंत्रण में था तब वहां से किसी आम नागरिक के मारे जाने की कोई खबर नहीं आयी परंतु जब रूसी सैनिक इस नगर से पीछे हट रहे थे तब यूक्रेनी सैनिकों ने इस नगर में जो गोलाबारी की थी अमेरिकी संचार माध्यम उसकी अनदेखी कर रहे हैं।

रूसी प्रतिरक्षामंत्रालय ने सिरे से इस आरोप को रद्द कर दिया है और कहा है कि रूसी सैनिकों ने 30 मार्च को बूचा नगर को छोड़ दिया था और यूक्रेनी अधिकारी इन दिनों में पूरी तरह चुप थे और अब अचानक उन्होंने एक भावनात्मक फिल्म प्रकाशित करके रूस की छवि को खराब करने का प्रयास किया है।

रूसी राजदूत ने बल देकर कहा कि मैं पूरी ज़िम्मेदारी के साथ बल देकर कह रहा हूं कि जब तक बूचा शहर रूसी सैनिकों के नियंत्रण में था तब तक वहां एक आम नागरिक भी हिंसा का शिकार नहीं हुआ है। रूसी राजदूत के कहा कि इसके विपरीत हमारे सैनिकों ने यूक्रेन के आम नागरिकों के लिए 452 टन मानवता प्रेमी सहायतायें भेजी।

जबकि बूचा शहर से शवों की तस्वीरें सामने आने के बाद यूरोपीय नेताओं ने इसकी निंदा की और रूस के खिलाफ सख्त प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया।

जर्मनी की रक्षा मंत्री क्रिसटीन लैम्ब्रेक्ट ने यूरोपीय संघ से रूसी गैस पर प्रतिबंध लगाने पर विचार करने का आग्रह किया है। द असोसिएटेड प्रेस के पत्रकारों ने राजधानी के उत्तर-पश्चिम में बूचा के आसपास विभिन्न स्थानों पर कम से कम 21 लोगों के शव देखे।

नौ लोगों के शव एक-साथ देखे, सभी के कपड़ों से उनके असैन्य नागरिक होने का पता चल रहा था। शव ऐसी जगह पड़े थे जिसके बारे में निवासियों का कहना है कि रूसी सैनिकों ने इसे अपना अड्डा बना रखा था। इनमें से कम से कम दो के हाथ बंधे थे, एक शव पर सिर में गोली लगने और दूसरे के पांव में गोली लगने के निशान थे।

यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदोमिर जेलेंस्की ने इसे नरसंहार का सबूत करार दिया। उन्होंने दावा किया कि मारे जाने से पहले कुछ महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया था और उसके बाद रूसियों ने उनके शवों को जला दिया। MM

हमारा व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए क्लिक कीजिए

हमारा टेलीग्राम चैनल ज्वाइन कीजिए

हमारा यूट्यूब चैनल सब्सक्राइब कीजिए!

ट्वीटर पर हमें फ़ालो कीजिए