हम नहीं चाहते कि भारत रूस पर निर्भर रहे: अमेरिका
पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन कर्बी ने संवाददाताओं से कहा कि हम भारत सहित अन्य देशों को लेकर बहुत स्पष्ट हैं। हम नहीं चाहते कि ये देश रक्षा जरूरतों के लिए रूस पर निर्भर रहें, हम ईमानदारी से इसका विरोध करते हैं।
प्रेस सचिव ने कहा कि इसके साथ ही भारत के साथ रक्षा साझेदारी को भी अमेरिका महत्व देता है। उन्होंने कहा कि हम साथ-साथ आगे बढ़ने के उपाय तलाश रहे हैं। कर्बी ने कहा कि भारत क्षेत्र का एक सुरक्षा प्रदाता है और इस बात को हम महत्व देते हैं।
यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच अमेरिका की ओर से इस तरह की टिप्पणी पहले भी आ चुकी है। अमेरिका, ब्रिटेन और कई यूरोपीय देश जहां इस युद्ध को लेकर रूस के खिलाफ प्रतिबंध लगा रहे हैं वहीं भारत ने इस पर तटस्थ रुख अपनाया हुआ है।
इसी बीच शुक्रवार को यूक्रेन के एक मंत्री ने भारत से युद्धग्रस्त उनके देश को अधिक सक्रिय रूप से समर्थन देने का आग्रह किया। यूक्रेन के संस्कृति एवं सूचना मंत्री ऑलेक्जेंडर त्काचेंको ने कहा कि भारत और यूक्रेन लोकतांत्रिक मूल्यों को साझा करते हैं।
उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक शक्ति है और मेरा मानना है कि एक स्वतंत्र देश में रहने के अधिकार के लिए यूक्रेन के लोग जिन लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए लड़ते हैं वे भारतीय लोगों द्वारा भी साझा किए जाते हैं। मैं बहुत आभारी रहूंगा यदि भारत युद्ध के इस समय में अधिक सक्रिय रूप से यूक्रेन का समर्थन कर सके। MM
हमारा व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए क्लिक कीजिए
हमारा टेलीग्राम चैनल ज्वाइन कीजिए
हमारा यूट्यूब चैनल सब्सक्राइब कीजिए!