अमरीका के भेदभावपूर्ण व्यवहार की फिर की गई निंदा
(last modified Sat, 28 May 2022 06:12:18 GMT )
May २८, २०२२ ११:४२ Asia/Kolkata
  • अमरीका के भेदभावपूर्ण व्यवहार की फिर की गई निंदा

क्यूबा, निकारागुआ और वेनेज़ोएला के संदर्भ में अमरीका द्वारा अपनाए गए भेदभावपूर्ण व्यवहार की निंदा की जा रही है।

लेटिन अमरीका के दस देशों ने अमरीका की इस लिए कड़ी निंदा की है कि उसने लाॅस एंजलेस बैठक में क्यूबा, वेनेज़ोएला और निकारागुआ को भाग लेने से रोक दिया है।  इन देशों ने अमरीका की नीति को भेदभावपूर्ण बताया है।

लाॅस एंजलेस में 6 से 10 जून के बीच अमरीकी महाद्वीप के देशों का एक शिखर सम्मेलन होने जा रहा है।  कहा यह जा रहा है कि इसमें कुछ लेटिन अमरीकी देशों को बलाया नहीं जा रहा है।  "आल्बा" नामक दस देशों के संगठन ने क्यूबा की राजधानी में शुक्रवार को एक बयान जारी करके लाॅस एंजलिए बैठक से संबन्धित अमरीकी व्यवहार की आलोचना की है।

इसका गठन सन 2004 में क्यूबा और वेनेज़ोएला ने किया था।  आल्बा के गठन का मुख्य उद्देश्य यूरोप पर लैटिन अमरीकी देशों की निरभर्ता को कम करना था।  वेनेज़ोएला के राष्ट्रपति मादूरो अपने एक भाषण में यह कह चुके हैं कि लाॅस एंजलेस का आगामी सम्मेलन सुव्यवस्थित नहीं है।  रोएटर्ज़ के अनुसार वाइट हाउस और अमरीकी विदेश मंत्रालय ने इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

दूसरी ओर मैक्सिको, अर्जन्टीना बुलिविया, चिली, ग्वाटामाला और होंडोरास के राष्ट्रपति पहले ही धमकी दे चुके हैं कि आगामी बैठक में लैटिन अमरीका के कुछ देशों को निमंत्रित न करने की स्थति में वे इस बैठ का बहिष्कार करेंगे।