60 वर्षों से सरकारी आतंकवाद को झेलते आ रहे हैंः कारलोस
क्यूबा के विदेश उपमंत्री ने बताया है कि पिछले छह दशकों से उनका देश सरकारी आतंकवाद का शिकार है।
कारलोस फर्नार्डस डी कास्यो ने कहा है कि बाइडेन प्रशासन ने क्यूबा के नाम को आतंकवाद का समर्थन करने वाले देशों की सूचि में डालकर वास्तव में अन्यायपूर्ण काम किया है।
असोसिएटेड प्रेस को दिये साक्षात्कार में क्यूबा के विदेश उपमंत्री ने कहा कि खेद की बात है कि अमरीका, अपने किसी भी ग़ैर क़ानूनी और असंवैधानिक काम पर पछतावा नहीं करता। उन्होंने कहा कि साठ वर्षों तक क्यूबा की कई पीढ़ियों को अकारण दंडित नहीं किया जा सकता।
क्यूबा पर दशकों से लगे अमरीकी प्रतिबंधों के खिलाफ कई बार अमरीका के भीतर से भी आवाज़ उठ चुकी है। दिसंबर 2021 में अमरीका के 114 सीनेटरों ने बाइडेन सरकार से मांग की थी कि क्यूबा पर लगे प्रतिबंधों को हटाने के मुद्दे को उनकी सरकार, अपनी वरीयता में शामिल करे। इन 114 अमरीकी सीनेटरों में तीनों पालिकाओं के सदस्य शामिल हैं।
इन अमरीकी सांसदों ने बाइडेन सरकार से मांग की है कि वह क्यूबा वासियों के लिए दवाएं, खाने का सामान और मूलभूत आवश्यक्ताओं की पूर्ति के उद्देश्य से अपने कुछ क़ानूनों में नर्मी लाए। इससे पहले भी अमरीकी प्रतिनिधिसभा में दसियों डेमोक्रेट्स प्रतिनिधि, पत्र के माध्यम से इस देश के राष्ट्रपति से क्यूबा पर लगे सारे प्रतिबंध हटाए जाने की मांग कर चुके हैं।
याद रहे कि क्यूबा के राष्ट्रपति ने कहा है कि अमेरिका ने उनके देश के खिलाफ अपने प्रतिबंधों को वर्ष 1962 से जारी रखा है ताकि इस देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद किया जा सके किन्तु अबतक वह अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच सका है। उन्होंने कहा कि इसकी मुख्य वजह क्यूबा की सरकार और जनता के प्रयास व प्रतिरोध हैंA
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