इटली की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं, जोर्जिया मेलोनी
इटली के बारे में यह कहा जाता है कि वहां पर कोई भी सरकार लंबे समय तक नहीं चल पाती है।
ब्रदर्स आफ इटली पार्टी ने अब इटली की सत्ता अपने हाथ में ली है जिसकी प्रमुख जोर्जिया मेलोनी हैं जो एक राइट विंग नेता हैं।
मेलोनी के नेतृत्व वाली ब्रदर्स आफ इटली पार्टी ने चुनावों में काफी बढ़त बनाई। दूसरे विश्वयुद्ध के बाद पहली बार इटली में राइट विंग नेता के नेतृत्व में सरकार बनी है। कुछ लोगों का मानना है कि मेलोनी के प्रधानमंत्री बनने से इटली की आंतरिक एवं विदेश नीति में उल्लेखनीय परिवर्तन आएगा।
ब्रदर्स आफ इटली पार्टी द्वारा इटली की सत्ता हाथ में लेने के बाद इस बात की उम्मीद की जाती है कि पलायनकर्ताओं का मुक़ाबला करने के लिए वह अथक प्रयास करेगी क्योंकि वह एक दक्षिणपंथी दल है। इटली में विदेशियों विशेषकर अफ्रीकियों के प्रवेश पर रोक लगाने के लिए मेलोनी की सरकार कड़े क़दम उठा सकती है। जोर्जिया मेलोनी उस गठबंधन का हिस्सा हैं जो इस बात का पक्षधर है कि इटली की सीमाओं को पलायनकर्ताओं के लिए बंद कर दिया जाए।
दूसरी ओर इटली में रहने वाले अफ्रीकी मूल के लोगों को इस बात का भय सता रहा है कि देश के भीतर उनके विरुद्ध हिंसा न भड़क जाए क्योंकि सत्ताधारी गठबंधन पूरी तरह से पलायनकर्ता विरोधी है। इटली एसा देश है जो यूरोप में प्रवेश के लिए प्रवेश द्वार के रूप में जाना जाता है। मेलोनी का यहां तक कहना है कि अवैध पलायनकर्ताओं के जहाज़ों को मेडिट्रेनियम सागर में प्रवेश से रोका जाए।
इटली के दक्षिणपंथी, यूरोपीय संघ के बारे में भी सकारात्मक सोच नहीं रखते हैं। वे इस संघ के हर फैसले में इटली के हितों को सर्वोपरि रखे जाने के पक्षधर हैं। विदेश नीति के बारे में इटली की नई सरकार, अमरीका तथा यूरोपीय संघ के दबाव में रूस विरोधी नीति का अनुसरण करेगी लेकिन ब्रदर्स आफ इटली गठबंधन के एक घटक बर्लोस्कोनी के उस वीडियो के आम होने के बाद जिसमें इटली के पूर्व प्रधानमंत्री बर्लोस्कोनी ने स्वीकार किया है कि रूस के राष्ट्रपति पुतीन और उनके बीच कई प्रकार के उपहारों का आदान-प्रदान हुआ है। यह चीज़ इटली की वर्तमान गठबंधन सरकार के लिए समस्याएं उत्पन्न कर सकती है।
जोर्जिया मेलोनी ने बर्लोस्कोनी को सचेत करते हुए कहा है कि रूस और यूक्रेन युद्ध के बारे में अगर उनके झुकाव में कोई नीति अपनाई जाती है तो ब्रदर्स आफ इटली के सदस्य, मंत्रीमण्डल में नहीं रहेंगे। एसा लगता है कि रूस और यूक्रेन को लेकर इटली की नई सरकार के घटकों में आरंभ से ही मतभेद दिखाई दे रहे हैं जो मेलोनी की सरकार के काम को कठिन बना सकते हैं।
हमारा व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए क्लिक कीजिए
हमारा टेलीग्राम चैनल ज्वाइन कीजिए