पुष्प कमल दहल प्रचंड तीसरी बार नेपाल के प्रधानमंत्री बने
पुष्प कमल दहल प्रचंड ने तीसरी बार नेपाल के प्रधानमंत्री पद के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली। प्रतिनिधि सभा में 169 सदस्यों ने उनका समर्थन किया।
एक दिन पहले राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी ने उन्हें प्रधानमंत्री नियुक्त किया था। पूर्व गुरिल्ला नेता प्रचंड ने 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में 169 सदस्यों का समर्थन दिखाते हुए राष्ट्रपति को एक पत्र सौंपा था जिसके बाद उन्हें देश का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया।
शीतल निवास में हुए एक आधिकारिक समारोह में राष्ट्रपति भंडारी ने प्रचंड को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई।
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नेपाल का नया प्रधानमंत्री बनने पर प्रचंड को बधाई और कहा कि आशा करता हूं दोस्ती और मजबूत होगी।
ज्ञात रहे कि 11 दिसंबर 1954 को पोखरा के निकट कास्की जिले के धिकुरपोखरी में जन्मे प्रचंड करीब 13 साल तक भूमिगत रहे। वह उस वक्त मुख्यधारा की राजनीति में शामिल हो गए जब सीपीएन-माओवादी ने एक दशक लंबे सशस्त्र विद्रोह का रास्ता त्यागकर शांतिपूर्ण राजनीति का मार्ग अपनाया। उन्होंने 1996 से 2006 तक एक दशक लंबे सशस्त्र संघर्ष का नेतृत्व किया था, जो अंततः नवंबर 2006 में व्यापक शांति समझौते पर हस्ताक्षर के साथ समाप्त हो गया।
उल्लेखनीय है कि प्रतिनिधि सभा में 89 सीटों के साथ नेपाली कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी है जबकि सीपीएन-यूएमएल और सीपीएन-एमसी के पास क्रमशः 78 व 32 सीटें हैं। MM
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