ब्रिक्स तोड़ सकता है डालर के वर्चस्व कोः क्यूबा
https://parstoday.ir/hi/news/world-i124958-ब्रिक्स_तोड़_सकता_है_डालर_के_वर्चस्व_कोः_क्यूबा
क्याूबा का मानना है कि अन्तर्राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में ब्रिक्स, अमरीकी आधिपत्य के लिए चुनौती है।
(last modified 2023-05-31T13:08:56+00:00 )
May ३१, २०२३ १८:३८ Asia/Kolkata
  • ब्रिक्स तोड़ सकता है डालर के वर्चस्व कोः क्यूबा

क्याूबा का मानना है कि अन्तर्राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में ब्रिक्स, अमरीकी आधिपत्य के लिए चुनौती है।

क्यूबा के राष्ट्रपति Miguel Díaz-Canel मेगोएल डाइज़ कैनेल कहते हैं कि वैश्विक अर्थव्यवस्था से अमरीकी मुद्रा डालर को अलग करने के लिए ब्रिक्स जैसा संगठन बहुत ही प्रभावी भूमिका निभा सकता है।

उन्होंने कहा कि इस समय अमरीकी वर्चस्व में देशों के विरुद्ध प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं।  इसके अलावा वाशिग्टन की ओर से गुंड टैक्स भी वसूल किया जाता है।  क्यूबा के राष्ट्रपति का कहना था कि उभरती आर्थिक शक्तियों को एकजुट करने में ब्रिक्स एक बहुत अच्छी मिसाल है। 

उनका कहना था कि ब्रिक्स की योजनाएं संयुक्त राज्य अमरीका, विश्व बैंक और अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के दुनिया पर वर्चस्व को कमज़ोर कर देगा।  इसी के साथ क्यूबा के राष्ट्रपति ने रूस के साथ अपने देश की एकजुटता के जारी रहने पर बल दिया है।  कैनेल ने कहा कि रूस के विरुद्ध लगाए जाने वाले सारे ही प्रतिबंधों का हम विरोध करते हैं और उसकी भर्त्सना भी। 

याद रहे कि ब्रिक्स, विश्व की उभरती अर्थव्यवस्थाओं के एक संगठन का नाम है जिनमें रूस, भारत, ब्राज़ील, चीन और दक्षिणी अफ्रीका शामिल हैं।  राजनीतिक एवं आर्थिक मामलों के बहुत से जानकार ब्रिक्स को इस समय पश्चिम विशेषकर अमरीका के आर्थिक वर्चस्व के मुक़ाबले में देख रहे हैं।

हमारा व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए क्लिक कीजिए

हमारा टेलीग्राम चैनल ज्वाइन कीजिए

हमारा यूट्यूब चैनल सब्सक्राइब कीजिए!

ट्वीटर पर हमें फ़ालो कीजिए