स्कैंडिनेवियाई देशों से रूस का हटा भरोसा
फिनलैण्ड के व्यवहार को लेकर रूस उससे काफ़ी खिंच गया है।
रूस का कहना है कि स्कैंडिनेवियाई देश, नैटो से प्रभावित हैं। रूस के विदेशमंत्री ने स्कैंडिनेवियाई देशों पर नैटो के प्रभाव की आलोचना की है। वे कहते हैं कि इन देशों पर दसियों साल से नेटो का प्रभाव रहा है।
सरगेई लावरोफ ने बुधवार को कहा कि यह देश वैसे तो स्वयं को तटस्थ घोषित करते हैं किंतु नेटो की सक्रियता में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। ताजिकिस्तान में एक रूसी सैन्य छावनी के निरीक्षण के दौरान रूस के विदेशमंत्री ने कहा कि स्वीडन और फिनलैण्ड वर्षों तक नेटो के प्रभाव में रहे हैं।
इससे पहले रूस के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर नेटो फ़िनलैण्ड की भूमि का प्रयोग करता है तो फिर मास्को भी उसका मुक़ाबला करने के लिए तैयार है।
ब्रसल्ज़ में नेटो की बैठक से दो महीने पहले फ़िनलैण्ड की सरकार ने आधिकारिक रूप में नेटो की सदस्यता ग्रहण की थी। फ़िनलैण्ड के नेटो में मिल जाने से रूस से नेटो की सीमा की दूरी बहुत कम हो गई है।
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