शहबाज़ शरीफ़ ने दिया इस्तीफ़ा, अनवारुल हक़ काकड़ बने पाकिस्तान के सबसे युवा कार्यवाहक प्रधान मंत्री
बलूचिस्तान आवामी पार्टी के सीनेटर अनवारुल हक़ काकड़ को पाकिस्तान का कार्यवाहक प्रधानमंत्री चुना गया है।
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ़ अल्वी ने उनकी नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।
पाकिस्तानी संविधान के अनुच्छेद-52 के तहत सरकार के पांच साल पूरे होने पर नेशनल असेंबली को भंग करना होता है। इसे चुनाव प्रक्रिया की शुरुआत कहा जा सकता है। इस दौरान प्रधान मंत्री या मंत्रिमंडल का कोई भी सदस्य अपने पद पर नहीं होता है।
दिलचस्प बात यह है कि अब तक सिर्फ़ दो बार पाकिस्तान की नेशनल असेंबली अपना कार्यकाल पूरा कर सकी है।
1947 में पाकिस्तान के बनने के बाद से ही यहां आधे समय तक सेना ने शासन किया है। बाक़ी आधे समय में भी सेना ने पर्दे के पीछे से सरकारों को कंट्रोल किया है। यहां बनने वाली हर सरकार को सेना का समर्थन चाहिए होता है।
पाकिस्तान में संसद भंग होने के बाद केयरटेकर सरकार बनती है। इस पर शासन करने के अलावा, निष्पक्ष चुनाव आयोजित कराने की ज़िम्मेदारी होती है।
सीनेटर अनवारुल हक़ काकड़ आठवें कार्यवाहक प्रधानमंत्री हैं। वह अब तक के इतिहास के सबसे युवा कार्यवाहक प्रधानमंत्री हैं।
अनवारुल हक़ 2018 में बलूचिस्तान अवामी पार्टी से सीनेटर चुने गए थे। बलूचिस्तान से आने वाले वह देश के दूसरे कार्यवाहक प्रधानमंत्री हैं। इससे पहले, बलूचिस्तान उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश मीर हज़ार ख़ान खोसा देश के कार्यवाहक प्रधानमंत्री नियुक्त किए गए थे। msm