इरामन ख़ान को रिलीफ़, छिन चुना चुनावी निशान वापस मिला
पाकिस्तान में आम चुनावों से पहले जारी भीषण रस्साकशी के बीच पाकिस्तान तहरीके इंसाफ़ पार्टी को उस समय एक कामयाबी मिली जब पार्टी का चुनावी निशान बल्ले पर चुनाव आयोग की ओर से लगाई गई रोक को पेशावर हाई कोर्ट ने निलंबित कर दिया।
पार्टी के वकील अली ज़फ़र ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हाई कोर्ट ने हमेशा इंसाफ़ का सर बुलंद किया है। उन्होंने कहा कि बल्ले का हमारा चुनावी निशान जो हम से छीन लिया गया था आज अदालत ने उस आर्डर को निरस्त कर दिया और आदेश दिया कि हमारा चुनावी निशान हमें वापस किया जाए और अगली तारीख़ तक हम इस बल्ले के निशान पर चुनाव लड़ सकते हैं।
उनका कहना था कि केवल अदालत ने हमारा चुनावी निशान ही नहीं लौटाया बल्कि 25 करोड़ जनता का विश्वास भी बहाल कर दिया। बैरिस्टर अली ज़फ़र का कहना छथा कि इस केस में लग रहा है कि चुनाव आयोग ने मुंसिफ़ बनकर नहीं बल्कि विरोधी बन कर फ़ैसला किया।
इससे पहले पेशावर हाई कोर्ट में इस केस की सुनवाई जस्टिस कामरान हयात ने की थी और दोनों पक्षों के तर्क सुने थे जिसके बाद फ़ैसला सुरक्षित कर लिया था जो अब सुनाया गया है।
ब्योरे के अनुसार अदालत ने यह फ़ैसला इस बुनियाद पर किया कि चूंकि चुनाव का शेड्यूल जारी कर दिया गया था और चुनाव आयोग ने चुनावी निशान से संबंधित फ़ैसला उसके बाद जारी किया है इसलिए इस फ़ैसले को फ़िलहाल निलंबित कर दिया जाता है।
हमारा व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए क्लिक कीजिए
हमारा टेलीग्राम चैनल ज्वाइन कीजिए