एक सर्वेः हर तीन एशियन- अमेरिकी में से एक व्यक्ति को अमेरिका में जाति भेदभाव का सामना है
(last modified Sat, 11 May 2024 13:48:16 GMT )
May ११, २०२४ १९:१८ Asia/Kolkata
  • एक सर्वेः हर तीन एशियन- अमेरिकी में से एक व्यक्ति को अमेरिका में जाति भेदभाव का सामना है

पार्सटुडे- अमेरिका में एक नये सर्वे के अनुसार हर तीन एशियन-अमेरिकी लोगों में से लगभग एक व्यक्ति को पिछले साल जातिवादी और नस्लीय भेदभाव का सामना करना पड़ा।

इस सर्वे को The Asian American Foundation و Savanta Research द्वारा कराया गया। इस सर्वे के नतीजों ने दर्शा दिया कि 30 प्रतिशत से अधिक एशियन-अमेरिकी लोगों ने कहा कि उनका अपमान किया गया जबकि 29 प्रतिशत लोगों ने भी कहा कि पिछले साल उन्हें शारीरिक यातना दी गयी या बातों से उन्हें कष्ट पहुंचा गया।  

 

एक सर्वे के अनुसार अमेरिका में एशियन विरोधी भावना घर कर गयी है। जब कोविड-19 महामारी फैली थी तो उस समय अमेरिका में एशियन विरोधी भावना में वृद्धि हो गयी।

इस सर्वे में एशियन मूल के 41 प्रतिशत अमेरिकी नागरिकों ने कहा कि  संभवतः वे हमलों की भेंट चढ़ जायेंगे जबकि 59 प्रतिशत का सोचना है कि इस बात की संभावना है कि अगले पांच वर्षों में वे भेदभाव की भेंट चढ़ जायेंगे।

 

इस सर्वे के अनुसार जो एशियन- अमेरिकी स्वयं का परिचय डेमोक्रेट के रूप में कराते हैं वे उन एशियन-अमेरिकियों की तुलना में अधिक भेदभाव का एहसास करते हैं जो स्वयं का परिचय रिपब्लिकन के रूप में कराते हैं।

 

यह मतभेद नस्लों और पीढ़ियों में भी जारी है।

16 से 24 साल के बीच के 38 प्रतिशत एशियन- अमेरिकी सोचते हैं कि अधिक संभावना यह है कि उन्हें भेदभाव का सामना होगा और 75 साल से अधिक के 17 प्रतिशत लोग इस बात से सहमत हैं कि उनके साथ भेदभाव होगा।

 

इस सर्वे के अनुसार 55 प्रतिशत अमेरिकी यह बताने में सक्षम नहीं हैं कि एशियन मूल के अमेरिकी नागरिकों के साथ क्या हो सकता है यानी उनके साथ कौन सी घटना घट सकती है या उनके साथ कैसी नीति अपनायी जा सकती है।  

 

इसी प्रकार इस सर्वे में यह दिखाया गया है कि एशियन मूल के अमेरिकी लोगों की इच्छा व मांग यह है कि अमेरिकी समाज में उनकी भूमिका अधिक हो।

वहां के लोगों में जानकारी की इतनी कमी है कि 52 प्रतिशत अमेरिकी किसी ऐसे प्रसिद्ध व्यक्ति का नाम न ले सके जो अमेरिकी- एशियन हो।

 

इसी प्रकार आधे अमेरिकी किसी एसी फिल्म का नाम न ले सके तो लोकप्रिय हो और उसका मुख्य रोल एशियन- अमेरिकी ने निभाया हो।

इसी प्रकार इस सर्वे के नतीजों ने दर्शा दिया है कि अधिकांश श्यामवर्ण के लोग और स्पेनिश मूल के अमेरिकी, एशियाई लोगों से लेनदेन के इच्छुक हैं।

 

पॉलिटकल साइंस एंड डायरेक्टर ऑफ द एशियन- अमेरिकन स्टडीज़ इंस्टीट्यूट के प्रोफेसर पॉल वान्टनाबे इस संबंध में कहते हैं कि जब तक जातिवाद के संदर्भ में हम अवांछित और गहरे दृष्टिकोणों को नहीं समझेंगे और उससे मुकाबला नहीं करेंगे संकट पैदा होने की स्थिति में हमें ख़तरों का सामना होगा।

 

उल्लेखनीय है कि STAATUS सर्वे 30 जनवरी से लेकर 13 मार्च तक एक ऑनलाइन पैनल के माध्यम से कराया गया था और इसमें 16 साल से लेकर उससे अधिक उम्र के लोगों ने भाग लिया था और उसमें अमेरिका में रहने वाले 6272 लोगों के जवाबों को दर्ज किया गया था। MM

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