पाकिस्तान: हम कभी भी इस्राइल को मान्यता नहीं देंगे
(last modified Sat, 17 May 2025 12:40:40 GMT )
May १७, २०२५ १८:१० Asia/Kolkata
  • लिन जियान, चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता
    लिन जियान, चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता

चीन ने ईरान के परमाणु अधिकारों के समर्थन की पुनः पुष्टि की

पाकिस्तान ने एक बार फ़िर स्पष्ट किया है कि वह किसी भी परिस्थिति में इस्राइल को मान्यता नहीं देगा। वहीं चीन ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर ईरान के शांतिपूर्ण परमाणु अधिकारों का समर्थन जारी रखने की घोषणा की है।

 

पार्स टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के रक्षा उद्योग मंत्री मोहम्मद रज़ा हयात ने शुक्रवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सऊदी अरब में हालिया बयानों, जिनमें उन्होंने ज़ायोनी शासन के साथ समझौते की योजना का ज़िक्र किया, पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा: इस्राइल भारतीय उपमहाद्वीप में तनाव फ़ैलाने में शामिल है और पाकिस्तान का रुख अडिग है: हम कभी भी इस ज़ायोनी शासन को मान्यता नहीं देंगे।

 

उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि पाकिस्तान की जनता, सरकार और सशस्त्र बल कभी भी कश्मीर के लोगों के समर्थन से पीछे नहीं हटेंगे और हमें अच्छी तरह मालूम है कि इस्राइल कुछ देशों की मिलीभगत से इस्लामाबाद को नुकसान पहुंचाने की साज़िश में लगा हुआ है।

 

नेतन्याहू ने गिरफ़्तारी के डर से वेटिकन की यात्रा रद्द की

 

ज़ायोनी अख़बार 'येदिओत आहरोनोत' जो अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीन में प्रकाशित होता है, ने शुक्रवार रात एक रिपोर्ट में बताया कि इस्राइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने वेटिकन की अपनी प्रस्तावित यात्रा इसलिए रद्द कर दी क्योंकि उन्हें गिरफ़्तारी के वारंट के संभावित अमल में आने का डर था।

 

रिपोर्ट के अनुसार नेतन्याहू नए पोप के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेना चाहते थे लेकिन गिरफ़्तारी की आशंका के चलते उन्होंने इस यात्रा से पीछे हटने का फ़ैसला किया।

 

गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (आईसीसी) हेग ने 21 नवंबर 2024 को नेतन्याहू और उनके रक्षा मंत्री योआव गालांत के ख़िलाफ युद्ध अपराध, मानवता के ख़िलाफ अपराध और ग़ाज़ा के लोगों के ख़िलाफ भुखमरी को हथियार के तौर पर इस्तेमाल करने के आरोप में गिरफ़्तारी वारंट जारी किया था।

 

यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष: ग़ाज़ा के संबंध में अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों का व्यवस्थित उल्लंघन हो रहा है

 

अंतोनियो कोस्टा, यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष ने ग़ाज़ा पट्टी की स्थिति को एक "मानव त्रासदी" क़रार देते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानूनों का इस क्षेत्र में लगातार और व्यवस्थित रूप से उल्लंघन किया जा रहा है।

 

यह बयान ऐसे समय आया है जब पिछली रात यूरोप के सात देशों के नेताओं ने एक संयुक्त बयान जारी कर कहा कि वे ग़ाज़ा पट्टी में हो रही मानव त्रासदी के सामने चुप नहीं बैठेंगे और उन्होंने ज़ायोनी शासन द्वारा ग़ाज़ा पर लगाए गए पूर्ण प्रतिबंध को समाप्त करने की मांग की।

 

चीन: हम ईरान के परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग के अधिकार का सम्मान करते हैं

 

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि चीन, ईरान के परमाणु मुद्दे के लिए एक राजनीतिक और कूटनीतिक समाधान खोजने के लिए प्रतिबद्ध है।

 

उन्होंने ज़ोर देते हुए कहा कि हम ईरान की इस प्रतिबद्धता की सराहना करते हैं कि वह परमाणु हथियार विकसित नहीं करेगा। हम ईरान के शांतिपूर्ण परमाणु ऊर्जा के उपयोग के अधिकार का सम्मान करते हैं और किसी भी तरह की एकतरफा और अवैध प्रतिबंधों का विरोध करते हैं।

 

इस्लामी: ईरान के परमाणु कार्यक्रम के लक्ष्य पारदर्शी और शांतिपूर्ण हैं

ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन के प्रमुख मोहम्मद इस्लामी ने शुक्रवार को पगवॉश अंतरराष्ट्रीय संस्थान के सदस्यों के साथ एक बैठक में जोर देकर कहा कि ईरान की सभी परमाणु गतिविधियाँ पूरी तरह से अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) की निगरानी में और शांतिपूर्ण उद्देश्यों के तहत की जा रही हैं।

 

उन्होंने यह भी कहा कि दुश्मन ईरान के परमाणु कार्यक्रम को ग़लत तरीक़े से पेश करने की कोशिश कर रहे हैं।

 

इस्लामी ने जानकारी दी कि वर्ष 2024 में ईरान की परमाणु सुविधाओं पर IAEA द्वारा कुल 450 निरीक्षण किए गए हैं, जो ईरान की पारदर्शिता और सहयोग का प्रमाण है। mm