इराक़ पर हमला झूठ की बुनियाद पर थाः स्पेन
ब्रिटेन में स्पेन के राजदूत ने कहा है कि वर्ष 2003 में इराक़ पर अमरीका और उसके घटकों के हमलों का औचित्य पेश करने के लिए सामूहिक हथियारों की उपस्थिति के बारे में तैयार की गयी रिपोर्ट झूठी थी।
शेनहुआ की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन में स्पेन के राजदूत फ़ेडरिको त्रियो ने, जो इराक़ पर सैन्य हमले के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री ख़ोज़े मारया अज़नार सरकार में रक्षामंत्री थे, स्पैनिश रेडियो ओंडासेरो से बात करते हुए कि चिलकाॅट समिति ने अपनी रिपोर्ट में तत्कालीन ब्रिटिश प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर की कड़ी आचोलन की है क्योंकि समिति का कहना है कि ब्रिटिश सरकार ने इराक़ युद्ध को रोकने के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं किये।
स्पैनिश राजदूत ने कहा कि इराक़ में सामूहिक विनाश के शस्त्र नहीं थे जबकि अमरीका और उसके घटक इसी दावे के साथ इराक़ पर हमले पर बल दे रहे थे। स्पेन सरकार की रिपोर्ट के अनुसार, उस समय स्पेन सरकार ने अपने 1 हज़ार तीन सौ सैनिक इराक़ भेजे थे जो दस महीने तक इस देश में रहे।
इस दौरान इराक़ में हिंसक कार्यवाहियों और हमलों में 11 स्पैनिश सैनिक मारे गये थे।
चिलकाॅट की रिपोर्ट के अनुसार, स्पेन के तत्कालीन प्रधानमंत्री ख़ोज़े मारया अज़नार ने उस समय चिली और मैक्सिको को जो सुरक्षा परिषद में अस्थाई सदस्य थे, इराक़ पर हमले के लिए तैयार किया था।
ज्ञात रहे कि अमरीका के नेतृत्व 2003 में हुए इराक़ हमले पर बहुप्रतीक्षित चिलकॉट रिपोर्ट ने टोनी ब्लेयर के प्रधानमंत्री काल में ब्रिटेन की भूमिका को सवालों के घेरे में खड़ा किया है। इस रिपोर्ट के अनुसार ब्रिटेन ने युद्ध में उतरने से पहले शांति स्थापित करने के तमाम उपायों को इस्तेमाल में नहीं लिया था।