ओबामा ने बश्शार असद से माफ़ी मांगी
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अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सीरिया की सेना पर अमरीका के युद्धक विमानों के हमलों की वजह से राष्ट्रपति बश्शार असद से माफ़ी मांगी है।
(last modified 2023-04-09T06:25:50+00:00 )
Sep २४, २०१६ २०:३७ Asia/Kolkata
  • ओबामा ने बश्शार असद से माफ़ी मांगी

अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सीरिया की सेना पर अमरीका के युद्धक विमानों के हमलों की वजह से राष्ट्रपति बश्शार असद से माफ़ी मांगी है।

राय अलयौम की रिपोर्ट के अनुसार, सीरिया के एक सरकारी सूत्र ने बताया है कि अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सीरिया के सैनिकों पर हुए हवाई हमले के लिए राष्ट्रपति बश्शार असद से माफ़ी मांग ली है। इस आधिकारिक सूत्र के अनुसार, यह माफ़ी अनाधिकारिक चैनल द्वारा मांगी गयी है। रूस के विदेशमंत्री ने भी अमरीकी राष्ट्रपति की माफ़ी की पुष्टि की है। इस संबंध में रूस के विदेशमंत्री ने पुष्टि की है कि सीरिया की सेना पर अमरीकी युद्धक विमानों के हमले की वजह से ओबामा ने राष्ट्रपति बश्शार असद से माफ़ी मांगी है। लावरोफ़ ने रूसी टेलीवीजन से प्रसारित अपने इन्टरव्यू में इस संबंध में पूछे गये एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि हां माफ़ी मांगी है।

 

ज्ञात रहे कि अमरीका के नेतृत्व वाले अंतर्राष्ट्रीय गठबंधन के युद्ध विमानों ने दैरिज़्ज़ूर के हवाई अड्डे के पास सरदा नामक पहाड़ियों पर सीरिया की सेना के ठिकानों पर बमबारी कर दी थी जिसमें सीरिया के 90 सैनिक मारे गये थे।

अमरीकी अधिकारियों ने बाद में बयान दिया कि सेना ने दाइश समझ कर सीरिया की सेना पर ग़लती से हमला कर दिया। टीकाकारों का कहना है कि अमरीकी सेना के पास आधुनिक तकनीकों और सैन्य उपकरण हैं इसीलिए इस प्रकार की ग़लती असंभव है जबकि सीरिया की सरकार का कहना है कि अमरीकी युद्धक विमानों ने जानबूझकर सेना पर हमला किया क्योंकि उसे पता था कि सेना को चारो ओर से दाइश ने घेर लिया है।

 

सीरिया के सरकारी सूत्रों का कहना है कि सीरियाई सेना पर अमरीका के युद्धक विमानों के हमले के साथ ही दाइश ने भी भीषण हमले शुरु कर दिए जो बात को दर्शाता है कि यह पूर्वनियोजित कार्यवाही थी। इस हमले के बाद ही सीरिया की सेना ने एक सप्ताह से जारी संघर्ष विराम की समाप्ति की घोषणा कर दी थी क्योंकि रूसी और सीरियाई पक्षों का कहना था कि सीरिया में एकपक्षीय संघर्ष विराम से कोई लाभ होने वाला नहीं है बल्कि इससे केवल आतंकियों को ही लाभ पहुंच रहा है। (AK)