अमेरिका में बच्चों को उनकी माताओं से अलग कर दिया जाएगा
सीमा सुरक्षा बलों को अनुमति दी गई है कि वे अवैध पलायनकर्ताओं को गिरफ़्तार करें और उन्हें देश से बाहर निकाले जाने तक अस्थायी कैम्पों में रखें।
ग़ैर क़ानूनी पलायनकर्ताओ के ख़िलाफ़ अमरीकी सरकार की कड़ी नीतियों के साथ ही अमरीका का आंतरिक सुरक्षा मंत्रालय, परिवारों के सदस्यों को अलग करके इस समस्या से निपटना चाहता है। अमरीका के आंतरिक सुरक्षा मंत्रालय के नए आदेशों के अनुसार अवैध रूप से अमरीका में प्रवेश करने वाले परिवारों के बच्चों को उनकी माताओं से अलग कर दिया जाएगा।
इस नीति के अंतर्गत सीमा सुरक्षा बलों को अनुमति दी गई है कि वे अवैध पलायनकर्ताओं को गिरफ़्तार करें और उन्हें देश से बाहर निकाले जाने तक अस्थायी कैम्पों में रखें। इस दौरान बच्चों को उनकी माताओं से अलग कर दिया जाएगा और अगर उनका कोई रिश्तेदार क़ानूनी ढंग से अमरीका में रह रहा होगा तो उन्हें उसके हवाले कर दिया जाएगा।
इन बच्चों को अनाथ और बिना अभिभावक के बच्चों की देखभाल करने वाली संस्थाओं के हवाले करना भी एक अन्य विकल्प है।
उल्लेखनीय है कि अतीत में जो परिवार अवैध रूप से अमरीका चले आते थे, उन्हें उनकी स्थिति स्पष्ट होने तक एक साथ अमरीका में रहने की अनुमति होती थी। ट्रम्प सरकार को आशा है कि इस तरीक़े से वह बड़ी संख्या में ग़ैर क़ानूनी पलायनकर्ताओं के अमरीका में प्रवेश को रोकने में सफल हो जाएगी।
डोनल्ड ट्रम्प ने चुनावी अभियान के दौरान अमरीका और मैक्सिको के बीच सीमावर्ती दीवार के निर्माण का जो वादा किया था अभी उसका भविष्य ही तय नहीं है और जब तक 1200 किलो मीटर की सीमा पर नियंत्रण मज़बूत नहीं होता तब तक दक्षिणी अमरीकी देशों से ग़ैर क़ानूनी पलायनकर्ता अमरीका में आते रहेंगे।
बहरहाल अमरीकी सरकार को अपनी इस नीति को लागू करने के लिए पर्याप्त बजट के अलावा बड़ी संख्या में मानवीय बल की भी ज़रूरत है। यह ऐसी स्थिति में है कि पलायनकर्ताओं के संबंध में पुलिसिया रवैया अपनाने से न केवल यह कि यह समस्या सुलझेगी नहीं बल्कि अधिक जटिल ही होती चली जाएगी। MM