यूरोपीय संघ ने हंगरी की आलोचना की है
(last modified Wed, 15 Mar 2017 14:26:50 GMT )
Mar १५, २०१७ १९:५६ Asia/Kolkata

बुडापेस्ट की सरकार ने हंगरी में शरणार्थियों के प्रवेश को रोकने के लिए इस देश की सीमा पर कांटेदार तारों की बाड़ लगा दी है।

यूरोपीय संघ की मानवाधिकार परिषद ने शरणार्थियों के विरुद्ध अमानवीय व्यवहार के कारण हंगरी की आलोचना की है। यूरोपीय संघ की मानवाधिकार परिषद ने एक विज्ञप्ति जारी करके शरणार्थियों को गिरफ्तार करने और शरण की अपील करने वाले दो व्यक्तियों को हंगरी से सर्बिया निकाल देने पर आपत्ति जताई है।

यूरोपीय संघ की मानवाधिकार परिषद ने इसी प्रकार हंगरी में शरणार्थियों को गिरफ्तार करके बंद करने और वकीलों तक उनकी पहुंच न होने को व्यक्तिगत आज़ादी का उल्लंघन बताया और उसकी भर्त्सना की है। शरणार्थियों के विरुद्ध हंगरी की नई नीति के आधार पर शरणार्थियों की अपील पर जब तक कार्यवाही नहीं की जाती तब तक उन्हें सीमावर्ती क्षेत्रों में कंटेनरों में रखा जायेगा।

इसी प्रकार हर उस शरणार्थी की अपील को मान्यता नहीं दी जायेगी जो बाहर से हंगरी में प्रविष्ट हुआ होगा और शरणार्थियों को चाहिये कि वे स्वयं गिरफ्तारी के दौरान होने वाले खर्चों को अदा करें। हंगरी यूरोपीय संघ का वह देश है जो शरणार्थियों को स्वीकार करने का मुखर विरोधी है। बुडापेस्ट की सरकार ने हंगरी में शरणार्थियों के प्रवेश को रोकने के लिए इस देश की सीमा पर कांटेदार तारों की बाड़ लगा दी है।

बुडापेस्ट की सरकार ने शरणार्थियों के संकट को हालिया वर्षों के दौरान यूरोपीय संघ के लिए सबसे बड़ा संकट बताया है और शरणार्थियों के संबंध में कठोर नीति अपना कर हंगरी में उनके प्रवेश और उन्हें बसाये जाने पर आने वाले खर्चों में वृद्धि किये जाने के प्रयास में है ताकि शरणार्थी की अपील करने वाले हंगरी में शरण लेने का विचार अपने ज़ेहन से निकाल दें।

बुडापेस्ट की सरकार की दावा है कि वह हंगरी में शरणार्थियों का प्रवेश असुरक्षा, जातीय व कौमी संबंधों के खराब होने और इस देश में रोज़गार के अवसर के कम होने का कारण बनेगा जबकि अधिकांश शरणार्थी मध्यपूर्व और उत्तरी अफ्रीका के युद्धग्रस्त क्षेत्रों को छोड़कर भागे हैं और ये युद्ध मध्यपूर्व और उत्तरी अफ्रीका में पश्चिमी देशों के समर्थन के परिणाम हैं। MM

 

 

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