आतंकवाद से संघर्ष के लिए एकजुटता आवश्यकः पुतीन
(last modified Thu, 27 Apr 2017 11:05:55 GMT )
Apr २७, २०१७ १६:३५ Asia/Kolkata

रूस के राष्ट्रपति विलादीमीर पुतीन ने मास्को में छठीं सुरक्षा कांफ़्रेंस के नाम अपने संदेश में कहा कि मध्यपूर्व और उत्तरी अफ़्रीक़ा में आतंकवाद से संघर्ष के लिए एकजुट कार्यवाही की आवश्यकता है। छठीं मास्को सुरक्षा कांफ़्रेंस में दुनिया के लगभग 80 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। यह कांफ़्रेंस बुधवार को रूस की राजधानी मास्को में आरंभ हुई है।

पुतीन के अनुसार मास्को सुरक्षा कांफ़्रेंस में गंभीर मामलों पर चर्चा की जाएगी जिसके लिए संतुलित और एकजुट होना बहुत आवश्यक है। क्षेत्र और दुनिया की शांति व स्थिरता के लिए गंभीर ख़तरे के रूप में आतंकवाद से संघर्ष के साथ विभिन्न झड़पों विशेषकर उत्तरी अफ़्रीक़ा और मध्यपूर्व के तनाव को कूटनयिक व वार्ता द्वारा हल किए जाने जैसे मामलों पर भी चर्चा की जाएगी।

दूसरी ओर ईरान, रूस और सीरिया के विदेशमंत्रियों ने आतंकवाद के सफ़ाए के लिए आपसी एकता और सुंयुक्त कार्यवाहियों पर बल दिया है। ईरान, रूस और सीरिया के रक्षामंत्रियों की दूसरी बैठक में सीरिया की स्थिति की समीक्षा की गयी।

इस बैठक में आतंकवाद के सफ़ाए के लिए ईरान, रूस और सीरिया के मध्य एकजुटता जारी रखने पर भी बल दिया गया। ईरान के रक्षा मंत्री ब्रिगेडियर जनरल हुसैन दहक़ान, रूस के रक्षामंत्री सर्गेई शोइगो और सीरिया के रक्षामंत्री फ़हद जासिम अलफ़िर्रीज ने मास्को में होने वाली त्रिपक्षीय बैठक में हिंसा और अशांति को समाप्त करने के लिए वहाबी आतंकवादी गुटों के विरुद्ध व्यापक और संयुक्त कार्यवाही जारी रखने की आवश्यकता पर बल दिया। 

ईरान, रूस और सीरिया के रक्षामंत्रियों ने सीरिया पर अमरीकी हमले और उसकी ओर से आतंकवादी गुटों के खुले समर्थन की निंदा करते हुए इस दुष्टता को कि जो क्षेत्र और दुनिया में आतंकवादी कार्यवाहियों के लिए विस्तार और मज़बूती का कारण बनती है, रोके जाने पर बल दिया। 

ब्रिगेडियर जनरल हुसैन दहक़ान, जनरल शोइगो और जनरल फ़िर्रीज ने इस बैठक में आशा व्यक्त की कि संयुक्त संसाधनों को प्रयोग करते हुए भरपूर संयुक्त कार्यवाहियों को विस्तृत करके आतंकवाद को ताज़ा दम होने का अवसर न दिया जाए और सीरिया में शांति की स्थापना, इस देश की अखंडता की रक्षा और समस्त सीरिया वासियों को हिंसा और अशांति से मुक्ति देने की भूमिका प्रशस्त की जाए। (AK)