यूरोप पर इस्लाम का ऐतिहासिक प्रभाव, ब्रसेल्स में प्रदर्शनी का आयोजन
यूरोप में इस्लाम के ऐतिहासिक प्रभाव को दर्शाने वाली प्रदर्शनी का ब्रसेल्स में उद्घाटन किया गया है।
इस प्रदर्शनी का आयोजन कुछ समय पहले होना था, लेकिन किसी संभावित आतंकवादी हमले के कारण इसमें देरी हुई।
पिछले साल बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स में हुए आतंकवादी हमलों में 32 लोगों की जान चली गई थी।
“इस्लाम, यह भी हमारा इतिहास है” शीर्षक इस प्रदर्शनी को यूरोपीय संग्राहलय ने इससे पहले भी अन्य पश्चिमी देशों में आयोजित किया है।
हालांकि इस प्रदर्शनी का काफ़ी विरोध भी हो रहा है और इसे इतिहास को तोड़मरोड़ कर पेश करने का प्रयास बताया जा रहा है।
इस आयोजन की डिज़ाइनर एवं इतिहासकार इसाबेल बेनोइट का कहना है कि हम यूरोपीय लोगों के सामने यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि इस्लाम यूरोपीय संस्कृति का एक भाग है और इसे हालिया वर्षों में आयात नहीं किया गया, बल्कि इसकी जड़ें 13वीं शताब्दी में जाकर मिलती हैं।
इस प्रदर्शनी में ऐतिहासिक और समकालीन कलाकृतियों और विभिन्न वस्तुओं द्वारा यह दर्शाने का प्रयास किया गया है कि किस तरह से इबेरिया प्रायद्वीप, वर्तमान स्पेन और पुर्तगाल पर मुसलमानों के शासन के दौरान, इस्लाम ने यूरोप को प्रभावित किया।
इस प्रदर्शनी के उस भाग पर सबसे ज़्यादा आपत्ति की जा रही है, जो हालिया वर्षों में यूरोप पहुंचने वाले सीरियाई शरणार्थियों से संबंधित है। msm