बांग्लादेश में रोहिंग्या शिविरों में बढ़ा महामारी का ख़तरा
म्यांमार से अपनी जान बचाकर भागने वाले रोहिंग्या मुसलमानों के शरणरार्थी कैंपों में महामारी का ख़तरा बढ़ता जा रहा है।
ढाका से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार बांग्लादेश में शरण लेने वाले रोहिंग्या मुसलमानों के कैंपों में पीने के साफ पानी और वहां पर शौचालयों की कमी के कारण बीमारियां फैल रही हैं। बांग्लादेश में शरण लेने वाले एक रोहिंग्या मुसलमान परिवार का कहना है कि यहां पर पानी में बू आती है और लोग खुले में शौच कर रहे हैं जिसके कारण बीमारियां तेज़ी से फैल रही हैं। वहां पर काम करने वाले डाक्टरों का कहना है कि रोहिंग्या शरणार्थियों के बीच डायरिया के मामलों में तेज़ी से बढ़ोत्तरी हुई है। उनका कहना है कि बारिश की वजह से स्थिति और ख़राब हो गई है।
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ज्ञात रहे कि म्यांमार के राख़ीन प्रांत में इस देश के सैनिक और वहां पर अतिवादी बौद्धधर्मावलंबी, सुनियोजित ढंग से राख़ील प्रांत के रोहिंग्या मुसलमानों के विरुद्ध हिंस कार्यवहियां कर रहे हैं। इन कार्यवाहियों के कारण सैकड़ों की संख्या में रोहिंग्या मुसलमान मारे गए और हज़ारों की संख्या में घायल हो गए। इसी बीच म्यांमार की पुलिस और वहां के अतिवादी बौद्ध धर्म के अनुयाइयों के अत्याचारों से अपनी जान बचाकर लाखों रोहिंग्या मुसलमान, वहां से भाग रहे हैं। इनमें से पांच लाख से अधिक रोहिंग्या मुसलमानों ने भागकर बांग्लादेश में शरण ली है जिन्हें अब वहां पर महामारी का सामना है।