जान बचाकर भागने पर मजबूर, फिर नौका पलटने से मरे
म्यांमार में सेना के आतंक से जान बचाकर भागने पर मजबूर रोहिंग्या मुसलमानों में से कुछ लोगों की नाव पटलने से मौत हो गयी।
ये लोग बंग्लादेश-म्यांमार के बीच सीमावर्ती नदी के रास्ते नौका के ज़रिए जान बचाकर भागने पर मजबूर थे कि उनकी नाव पटल गयी, जिसमें कम से कम 5 रोहिंग्या मुसलमानों की मौत हो गयी और दसियों लापता हो गए।
जबसे पश्चिमी म्यांमार के राख़ीन प्रांत में सेना के हाथों रोहिंग्या मुसलमानों का व्यापक स्तर पर दमन हो रहा है उस समय से अब तक 100 से ज़्यादा रोहिंग्या मुसलमान बंग्लादेश के रास्ते में नाव पटलने से मर चुके हैं।
म्यांमार में सेना और चरमपंथी बौद्धधर्मी रोहिंग्या मुसलमानों का दमन कर रहे हैं और दिन प्रतिदिन म्यांमार से बंग्लादेश में पनाह लेने वाले रोहिंग्या मुसलमानों की संख्या बढ़ती जा रही है।
पश्चिमी म्यांमार के राख़ीन प्रांत में सेना व चरमपंथी बौद्धधर्मियों के हाथों 25 अगस्त से रोहिंग्या मुसलमानों का व्यापक स्तर पर दमन शुरु हुआ है, जिसमें अब तक 6000 से ज़्यादा रोहिंग्या मुसलमान मारे गए, 8000 से ज़्यादा घायल हुए और लगभग 8 लाख लोग बंग्लादेश में पनाह लेने पर मजबूर हुए हैं। (MAQ/N)