रोहिंग्या शरणार्थियों से मिलने बांग्लादेश पहुंचे पोप
कैथोलिक ईसाइयों के सबसे बड़े धर्म गुरू पोप फ़्रान्सिस रोहिंग्या मुसलमानों की स्थिति की समीक्षा के लिए गुरुवार को बांग्लादेश पहुंचे।
पोप ने बांग्लादेश पहुंचने से पहले मंगलवार को म्यांमार की राजधानी नाइपीदाव में रोहिंग्या मुसलमानों के जनसंहार और दुखों व समस्याओं की ओर कोई संकेत किए बिना कहा था कि न्याय पर कटिबद्ध रह कर ही शांति स्थापित की जा सकती है। उन्होंने मंगलवार को म्यांमार की विदेश मंत्री और सरकार की वरिष्ठ सलाहकार आंग सान सूची से मुलाक़ात में कहा था कि धार्मिक अंतर को मतभेदों और अविश्वास का कारण नहीं बनना चाहिए बल्कि उसे एकता, क्षमा, संयम, विनम्रता और निर्माण का कारण बनना चाहिए।
पोप फ़्रान्सिस शुक्रवार को भी बांग्लादेश में रहेंगे और उसके बाद रोम के लिए रवाना हो जाएंगे। मानवाधिकार संस्था ह्यूमन राइट्स वाॅच की ओर से म्यांमार की सेना के हाथों रोहिंग्या मुसलमानों के ख़िलाफ़ अमानवीय अपराधों और जातीय सफ़ाए के बारे में एक ठोस रिपोर्ट जारी किए जाने के बाद पोप ने म्यांमार और बांग्लादेश की यात्रा की है। (HN)