योरोपीय संघ रोहिंग्या मुसलमानों की मदद के लिए सामने आया
योरोपीय संघ की विदेश नीति प्रभारी ने म्यांमार के रोहिंग्या मुसलमानों की स्वदेश वापसी में इस संघ की ओर से मदद पर बल दिया है।
फ़ेड्रीका मोग्रीनी ने स्ट्रॉसबर्ग में कहा कि पैसों और मदद की ज़रूरत है ताकि शरणार्थियों की वापसी के लिए म्यांमार में हालात अनुकूल हो सकें।
उन्होंने कहा कि योरोपीय संघ रोहिंग्या मुसलमनों की स्वेच्छा से बांग्लादेश से म्यांमार वापसी में मदद करेगा।
योरोपीय संघ की विदेश नीति प्रभारी ने कहा कि मानवीय सहायता करने वाले संगठनों की राख़ीन राज्य में पहुंच को मुमकिन बनाया जाएगा जहां से लगभग 5 लाख रोहिंग्या मुसलमान म्यांमार के सैनिकों और बौद्धधर्मियों के अत्याचार से डर कर बांग्लादेश फ़रार करने पर मजबूर हुए।
ग़ौरतलब है कि पश्चिमी म्यांमार के राख़ीन राज्य में मुसलमान 2012 से म्यांमयार के सैनिकों और चरमपंथी बौद्धधर्मियों के हमले का निशाना बन रहे हैं और 2017 के अगस्त महीने के आख़िर में ये हमले बहुत तेज़ हो गए। रोहिंग्या मुसलमानों के ख़िलाफ़ हिंसा की ताज़ा लहर में 6000 से ज़्यादा मुसलमानों का जनसंहार हुआ, 8000 से ज़्यादा घायल हुए और लाखों विस्थापित हुए। (MAQ/N)