बांग्लादेश से रोहिंग्याओं की वापस, म्यांमार सरकार की प्राथमिकता
म्यांमार के सामाजिक कल्याण मंत्री ने कहा है कि बांग्लादेश में रह रहे शरणार्थी रोहिंग्या मुसलमानों की वापसी, म्यांमार सरकार की प्राथमिकता है।
विन मियाट आय ने, जो राख़ीन प्रांत के पुनर्निर्माण के मामलों के प्रमुख भी हैं, बुधवार को दक्षिण पूर्वी बांग्लादेश के एक कैंप में रोहिंग्या मुसलमानों के एक पचास सदस्यीय गुट से मुलाक़ात की। उन्होंने रोहिंग्या मुसलमानों की म्यांमार वापसी की परिस्थितियों की समीक्षा के लिए बांग्लादेश की यात्रा की है। इस मुलाक़ात में उन्होंने कहा कि रोहिंग्या मुसलमानों की म्यांमार वापसी बहुत अहम है। म्यांमार के सामाजिक कल्याण मंत्री ने रोहिंग्या मुसलमानों को नागरिकता का अधिकार देने के बारे में कहा कि सरकार इसे व्यवहारिक बनाने की कोशिश कर रही है।
बांग्लादेश के अधिकारियों ने आशा जताई है कि म्यांमार के सामाजिक कल्याण मंत्री की यात्रा से रोहिंग्या मुसलमानों की म्यांमार वापस की प्रक्रिया में तेज़ी आएगी। बांग्लादेश और म्यांमार ने नवम्बर 2017 में सात लाख रोहिंग्या शरणार्थियों की म्यांमार वापसी के समझौते पर हस्ताक्षर किए थे जबकि बांग्लादेश में रोहिंग्या मुसलमानों की संख्या दस लाख से अधिक है। (HN)