पोलैंड में होलोकॉस्ट क़ानून में सुधार से इस्राईल और अमरीका चिंतित
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27 जून 2018 को पोलिश प्रधान मंत्री मैट्यूस मोराविचकी (बाएं) वॉर्सा में संसद में होलोकॉस्ट के क़ानून में सुधार की चर्चा के दौरान एक सांसद से बात करते हुए
पोलैंड की संसद के निचले सदन में सांसदों द्वारा होलोकॉस्ट के क़ानून में सुधार लाने की कोशिश से अमरीका और इस्राईल चिंतित हैं।
समाचार एजेंसी रोयटर्ज़ के अनुसार, पोलैंड की संसद के निचले सदन में सांसदों ने उन लोगों के लिए क़ैद की सज़ा को ख़त्म करने के पक्ष में राय दी है जो नाज़ियों के अपराध में पोलैंड को दोषी मानते थे।
पोलैंड में सांसदों ने कई घंटे की बहस के बाद इस देश के प्रधान मंत्री मैट्यूस मोराविचकी से मांग की कि वे इस क़ानून में सुधार करें जिसे बने अभी सिर्फ़ 4 महीना हुआ है।
पोलैंड की संसद के ऊपरी सदन में गुरुवार को इस बारे में मतदान होना था।
यह अप्रत्याशित मांग ऐसे समय उठी है कि पोलैंड में सत्ताधारी पार्टी वॉशिंग्टन के साथ संबंध को मज़बूत बनाने की कोशिश में है।
ग़ौरतलब है कि होलोकॉस्ट की कल्पित कहानी का, जिसके बारे में शोधकर्ताओं को शोध करने और इससे संबंधित ऐतिहासिक सत्य को बयान करने की इजाज़त नहीं दी जाती, इस्राईली शासन के वजूद, अंतर्राष्ट्रीय ज़ायोनीवाद और पश्चिमी सरकारों के बीच अटूट संबंध है।
ब्रिटेन और फ़्रांस में इस विषय पर बोलने वाले इतिहासकारों को सज़ा तक दी गयी है। (MAQ/N)