स्वीट्ज़रलैंड ने ईरान विरोधी अमरीकी प्रतिबंधों का विरोध किया
स्वीट्ज़रलैंड के कन्फ़ेड्रेशन के प्रमुख ने परमाणु समझौते का समर्थन करते हुए ईरान के विरुद्ध अमरीका के प्रतिबंधों को पुनः लागू किए जाने का विरोध किया है।
शेनहुआ की रिपोर्ट के अनुसार स्वीट्ज़रलैंड के कन्फ़ेड्रेशन के प्रमुख एलन ब्रेसेट मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि ईरान के विरुद्ध प्रतिबंधों के लागू होने से आगे का रास्ता और भी कठिन हो जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वीट्ज़रलैंड परमाणु समझौते का समर्थन करता है।
उन्होंने वर्ष 2018 के आरंभ में अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेन्सी में अपने देश की उपस्थिति की ओर संकेत करते हुए कहा कि इस संस्था का संदेश यह है कि ईरान इस समझौते को वास्तविक रूप से लागू करे।
स्वीट्ज़रलैंड के कन्फ़ेड्रेशन के प्रमुख ने बल दिया कि ईरान के साथ परमाणु समझौता बहुत लाभदायक है। उन्होंने कहा कि इस समझौते को बाक़ी रहना चाहिए और इसमें शामिल समस्त पक्षों को लागू करना चाहिए।
अमरीका ने ईरान पर जो प्रतिबंध लगाए हैं उनसे केवल आठ देशों को सीमित समय के लिए छूट दी है। भविष्य में हो सकता है कि स्विफ़्ट सिस्टम और यूरोपीय कंपनियों को निशाना बनाया जाए जो ईरान के बाज़ार के साथ सहयोग जारी रखना चाहती हैं।
ईरान ने अमरीका के इस क़दम पर अपनी आपत्ति दर्ज करा दी है और कहा कि ट्रम्प के इस क़दम का जवाब ज़रूर दिया जाएगा। यूरोपीय देशों ने ईरान से वित्तीय सहयोग के लिए नया मेकैनिज़्म बनाने की घोषणा की है जिससे अन्य देश भी लाभ उठा सकते हैं। ईरान के साथ यूरोप की वह छोटी कंपनियां काम कर सकती हैं जो अमरीकी प्रतिबंधों से खुद को सुरक्षित रखने में सक्षम हैं।
यह कंपनियां अपना वित्तीय लेनदेन डालर के बजाए यूरो में करती हैं। इस प्रकार की कंपनियां 1990 के दशक से सक्रिय हैं जो क्यूबा के साथ यूरोप के व्यापार को आगे बढ़ाती हैं। (AK)