शैख़ ज़कज़की के ख़िलाफ़ अमेरिकी षडयंत्रों का पर्दाफाश
शैख़ ज़कज़की ने कहा है कि भारत हमारे लिए नाइजीरिया से भी सख्त है और वह इस बात से प्रसन्न नहीं हैं कि अज्ञात चिकित्सक उनका मोआइना करें क्योंकि वे उन्हें मारना चाहते हैं।
नाइजीरिया के इस्लामी आंदोलन के नेता शैख़ ज़कज़की उपचार के लिए भारत गये हैं परंतु सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भारत में अमेरिकी दूतावास ने इस देश के अस्पतालों से कहा है कि वे शैख़ ज़कज़की और उनकी पत्नी को उपचार के लिए स्वीकार न करें।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शैख़ ज़कज़की ने कहा है कि मैंने सुना है कि भारत में अमेरिकी दूतावास ने इस देश के अस्पतालों पर दबाव डाला है कि उन्हें स्वीकार न करें।
इसी प्रकार उन्होंने कहा कि मलेशिया ने अपनी मेज़बानी में उनके उपचार का प्रस्ताव दिया है।
भारत से मिली जानकारी के अनुसार किसी को भी शैख़ ज़कीज़की के कमरे में जाने की अनुमति नहीं हैं यहां कि किसी को इस बारे में बात करने की भी अनुमति नहीं है।
एक सूचना यह भी मिली है कि जब शैख़ ज़कज़की उपचार के लिए भारत पहुंचे तो वहां अज्ञात डाक्टरों ने उनका स्वागत किया और जो डाक्टर नाइजीरिया में थे उन्होंने उनके लिए कुछ भी नहीं किया। साथ ही अल्लामा शैख़ ज़कज़की ने एक संक्षिप्त आडियो संदेश में कहा है कि भारत हमारे लिए नाइजीरिया से भी सख्त है और वह इस बात से प्रसन्न नहीं हैं कि अज्ञात चिकित्सक उनका मोआइना करें क्योंकि वे उन्हें मारना चाहते हैं।
उन्होंने कहा है कि अगर ये नाइजीरियाई चिकित्सक हैं तो वे उनका मोआइना नहीं करेंगे और किसी को भी उनका मोआइना करने की अनुमति नहीं देंगे। इसलिए वह नाइजीरिया लौटने और उपचार के लिए किसी और देश जाना चाहते हैं।
जानकार हल्कों का मानना है कि अमेरिका, जायोनी शासन और सऊदी अरब और कुछ दूसरे देशों व तत्वों का भारतीय अस्पतालों पर भारी दबाव है ताकि नाइजीरिया के वरिष्ठ शीया धर्मगुरू शैख़ ज़कज़की का उपचार न हो। MM
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