पोम्पियो की सीआईए के अपराध पर पर्दा डालने की नाकाम कोशिश
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अमेरिकी विदेश मंत्री ने अपने देश की ख़ुफ़िया एजेंसियों द्वारा बनाए गए बंदियों को दी जाने वाली भयानक यातनाओं के सामने आने के बाद कुख्यात ख़ुफ़िया एजेंसी सीआईए के जघन्य अपराधों को छिपाने की नाकाम कोशिश की गई है।
(last modified 2023-04-09T06:25:50+00:00 )
Dec २८, २०१९ २०:५१ Asia/Kolkata
  • पोम्पियो की सीआईए के अपराध पर पर्दा डालने की नाकाम कोशिश

अमेरिकी विदेश मंत्री ने अपने देश की ख़ुफ़िया एजेंसियों द्वारा बनाए गए बंदियों को दी जाने वाली भयानक यातनाओं के सामने आने के बाद कुख्यात ख़ुफ़िया एजेंसी सीआईए के जघन्य अपराधों को छिपाने की नाकाम कोशिश की गई है।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने सीआईए द्वारा बंदी बनाए गए लोगों की दी जा रही दिल दहला देने वाली यातनाओं पर अधारित फिल्म सामने आने के बाद अपने ट्विटर पेज पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इस बात का प्रयास किया है कि, जिन बंदियों को सीआईए द्वारा यातनाएं दी जा रही हैं उन्हें वह आतंकवादी साबित कर दें। पोम्पियो ने दावा किया है कि जिन लोगों को यातनाएं दी जा रही हैं वे सभी आतंकवादी हैं, न कि वे लोग हैं जो सीआईए के लिए काम कर रहे थे।

फिल्म निर्माता व निर्देशक स्कॉट बर्न्स की फिल्म द रिपोर्ट हाल ही में सिनेमाघरों में आई है। फिल्म में 11 सितंबर की घटनाओं के बाद सीआईए कर्मियों द्वारा बंदियों को दी गई यातनाओं के दृश्यों को दिखाया गया है। याद रहे कि अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो 2017 से 2018 तक सीआईए के प्रमुख रहे हैं। उसके बाद ही जीना हेस्पेल सीआईए प्रमुख बनी, जिनपर क़ैदियों को प्रताड़ित करने और उनसे जुड़े सबूतों को मिटाने का आरोप लगा है और यही कारण था कि जब उन्हें सीआईए का प्रमुख बनाया जा रहा था तब विवाद खड़ा हो गया था। (RZ)