कोरोना के समय पश्चिम में बूढ़ों के साथ हुआ अमानवीय व्यवहारः लारीजानी
(last modified Sun, 03 May 2020 10:11:12 GMT )
May ०३, २०२० १५:४१ Asia/Kolkata
  • कोरोना के समय पश्चिम में बूढ़ों के साथ हुआ अमानवीय व्यवहारः लारीजानी

संसद सभापति ने कहा है कि पश्चिम में कोरोना संकट के समय लोगों के साथ व्यापारिक दृष्टि से व्यवहार किया गया।

कोरोना को पराजित करने वाले ईरान के संसद सभापति अली लारीजानी का कहना है कि कोरोना संकट के समय भी कोरोना से संक्रमितों के साथ पश्चिम का व्यवहार व्यापारिक था मानवीय नहीं।

उन्होंने कहा कि पश्चिम में कोरोना से संक्रमित बूढ़े लोगों को इसलिए एक किनारे कर दिया गया क्योंकि उनसे कोई भी आर्थिक लाभ नहीं होगा बल्कि वे आर्थिक दृष्टि से बोझ हैं।  पश्चिम में यह बात कही गई कि वृद्धों के अस्तित्व से कोई आर्थिक लाभ नहीं है।  ईरान के संसद सभापति ने रविवार को यह बात संसद की खुली कार्यवाही में कही।

अली लारीजानी का कहना था कि पश्चिम के व्यवहार के विपरीत ईरान में मेडिकल स्टाफ ने त्याग तथा राष्ट्र प्रेम की भावना के साथ जनता की सेवा की।  उन्होंने कहा कि ईरानी मेडिकल स्टाफ़ ने बूढ़ों के साथ अधिक सम्मानजनक व्यवहार किया।  संसद सभापति का कहना है कि यही कारण है कि देश में कोरोना से संक्रमित होने वालों में से लगभग 80 प्रतिशत, उपचार एवं एहतियात से स्वस्थ्य हो गए।  

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