बाइडेन ने व्हाइट हाउस का चीफ़ ऑफ़ स्टाफ़ के पद पर किसे किया नियुक्त और क्यों? क्लैन का वायरस से क्या हैं संबंध?
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने सहयोगी रॉन क्लैन को व्हाइट हाउस चीफ़ ऑफ़ स्टाफ़ नियुक्त करने की घोषणा की है। बाइडेन जब राष्ट्रपति बन जाएंगे तो क्लैन उनके कार्यालय की देखरेख करेंगे और वरिष्ठ सलाहकार के रूप में काम करेंगे।
व्हाइट हाउस के चीफ़ ऑफ़ स्टाफ़ की नियु्क्ति पूरी तरह से राजनीतिक होती है और इसके लिए सीनेट की मंज़ूरी की आवश्यकता नहीं होती है। चीफ़ ऑफ़ स्टाफ़ पूरी तरह से अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ मिलकर काम करता है और ज़रूरी मुद्दों पर अपनी सलाह देता है। जो बाइडेन ने अपने क़रीबी सहयोगी रॉन क्लैन को इस पद के लिए नियुक्त किया है। यह बाइडेन द्वारा पहली बड़ी नियुक्ति है और ट्रम्प द्वारा हार नहीं स्वीकार करने के बावजूद राष्ट्रपति का पद संभालने के पहले अपना प्रशासन तैयार करने में पहला क़दम है। बराक ओबामा जब राष्ट्रपति थे और बाइडेन उप राष्ट्रपति तब 59 वर्षीय क्लैन ने बाइडेन के लिए चीफ़ ऑफ़ स्टाफ़ के तौर पर काम किया था। बाइडेन के चुनाव जीतने के बाद से ही इस पद के लिए उनके नाम की चर्चा ज़ोरों पर थी। साल 2014 में जब इबोला वायरस अफ़्रीक़ा में फैला तो क्लैन ने इस संकट से निपटने में अहम भूमिका निभाई थी। इबोला के ख़िलाफ़ कार्रवाई में ओबामा प्रशासन ने कई अहम फ़ैसले लिए थे। क्लैन ने मौजूदा महामारी कोरोना से निपटने में ट्रम्प की नाकामी की जमकर आलोचना की है। क्लैन ऐसे समय में अपना पद संभालने जा रहे हैं जब अमेरिका एक भयंकर महामारी की चपेट में है। अमेरिकी अस्पतालों में कोरोना मरीज़ों से बिस्तर भरे पड़े हैं और साथ ही इस देश की अर्थव्यवस्था पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। बाइडेन कह चुके हैं कि कोरोना वायरस को क़ाबू करना उनकी प्रमुख प्राथमिकता है।
वॉशिंगटन में व्हाइट हाउस चीफ़ ऑफ़ स्टाफ़ एक शक्तिशाली पद है। इस पद पर बैठा व्यक्ति एक गेट कीपर की तरह काम करता है, जो यह फ़ैसला लेता है कि राष्ट्रपति किससे बात करें और किससे नहीं करें और अक्सर कई बड़े फ़ैसले के पहले वही व्यक्ति आख़िरी सलाहकार भी होता है। आम तौर पर ऐसी नियुक्ति नया राष्ट्रपति सबसे पहले करता है जो कि नए प्रशासन के लिए स्वर तय करता है। 2008-2009 के आर्थिक संकट के समय भी क्लैन ने बाइडेन के चीफ़ ऑफ़ स्टाफ़ के रूप में अपनी सेवाएं दी हैं। इस चुनाव में उन्होंने बाइडेन के चुनाव अभियान में बाहर से सलाहकार के रूप में काम किया। बाइडेन ने क्लैन की नियुक्ति पर कहा, "राजनीतिक क्षेत्र के लोगों के साथ काम करने का उनका लंबा, विविध अनुभव है और उनकी क्षमता ठीक वैसी ही है जैसी मुझे व्हाइट हाउस के चीफ़ ऑफ़ स्टाफ़ में चाहिए, क्योंकि हम अभी एक बड़े संकट का सामना कर रहे हैं और हमारे देश को एकसाथ लाने की ज़रूरत है।" (RZ)