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जीने की कला

Apr ०९, २०१९ १६:४२ Asia/Kolkata
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    जीने की कला- 22
    इंटरनेट एसा साधन है जिस पर कोई भी इंसान अपने जीवन की व्यक्तिगत जानकारियों को शेयर कर सकता है, परिवार के सदस्यों और दूसरे लोगों से हज़ारों किलोमीटर दूर रहकर भी संपर्क स्थापित कर सकता है।
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    जीने की कला-21
    जीवन को स्वस्थ व खुशहाल बनाने के लिए विभिन्न चीज़ों का सीखना ज़रूरी है।
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    इंसान एक ज़मीनी और आसमानी प्राणी है।
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    वचनबद्धता एक एसी चीज़ है जिसे दुनिया का हर इंसान पसंद करता है।
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    जीने की कला- 18
    परोपकार यानी दूसरों की सहायता करने का बहुत व्यापक व विस्तृत अर्थ है।
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    जीने की कला- 17
    ज़िन्दगी एक सुन्दर समुद्र की भांति है जिसकी लहरें उपर- नीचे होती रहती हैं और कभी शांत रहती हैं।
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    जीने की कला- 16
    अच्छी ज़िन्दगी गुज़ारने के लिए सामाजिक संबंधों का अच्छा होना ज़रूरी है।
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    जीने की कला- 15
    ज़मीन पर रहने वाले समस्त इंसानों की इच्छा बेहतर जीवन है यानी समस्त इंसान अच्छा जीवन जीने की कामना करते हैं किन्तु अच्छा जीवन जीने के लिए कुछ सकारात्मक परिवर्तन की आवश्यकता होती है और इन परिवर्तनों का आरंभ हमारे अंदर से होना चाहिये।
  • 14
    जीने की कला- 14
    इंसान एक सामाजिक प्राणी है यानी वह समाज में रहता है और उसे सामाजिक संबंधों की ज़रूरत होती है।
  • 13
    जीने की कला- 13
    एक बेहतर जीवन के लिए आवश्यक बातों में से एक स्वस्थ सामाजिक संबंध रखना है।
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