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ईदे कुर्बान क्यों और किस की याद में मनाई जाती है, इससे हमें क्या सीख मिलती है?
Jul ०९, २०२२ १५:४२आज ज़िलहिज्जा महीने की 10 तारीख है। हाजी हज संस्कार के अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुके हैं।
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एक ऐसा दिन जब तौबा के सारे रास्ते खुले होते हैं, अरफ़ा को क्यों कहा जाता है अरफ़ा?
Jul ०९, २०२२ १४:१७दोस्तो अरफ़ा का दिन एक ऐसा पवित्र दिन है कि जिस दिन हम एक ऐसी मन को सुकून देने वाली दुआ पढ़ते हैं कि जिस दुआ को इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम ने अरफ़ात के मरुस्थल में पढ़ी थी।
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हज केवल एक इबादत नहीं बल्कि एकता और एकजुटता का प्रतीक है
Jul ०७, २०२२ १४:२८पवित्र हज के संस्कारों को आज हज़रत इब्राहीम के हज के तौर पर जाना जाता है, यह केवल एक इबादत नहीं है, बल्कि यह पूरी दुनिया के मुसलमानों के बीच एकता और एकजुटता के लिए किए जाने वाले प्रयासों का अभ्यास है।
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अमरीका में मानवाधिकारों की स्थिति
Jul ०२, २०२२ १४:४५दोस्तो कार्यक्रम ... में आपका स्वागत है। ...और... का सलाम स्वीकार कीजिए। आज के कार्यक्रम में हम अमरीका में मानवाधिकारों के उल्लंघन के बारे में चर्चा करेंगे। संगीत*
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अमरीका में मानवाधिकारों की स्थिति
Jun २९, २०२२ १५:००ईरानी कैलेंडर में 27 जून से लेकर 3 जुलाई तक को अमरीकी मानवाधिकार सप्ताह का नाम दिया गया है। इसका कारण यह है कि अमरीकी अपराधों विशेष रूप से ईरानी जनता पर अमरीकी अत्याचारों को याद रखा जाए।
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आयतुल्लाह बहिश्ती की शहादत
Jun २८, २०२२ १८:०५इस कार्यक्रम में हम हफ्ते तीर अर्थात 27 जून की घटना की जानकारी देने जा रहे हैं।
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अमरीकी मानवाधिकार पर विशेष कार्यक्रम
Jun २७, २०२२ १६:२९दोस्तो विशेष कार्यक्रम लेकर उपस्थित हैं जिसमें अमरीका की ओर से आतंकी संगठनों के समर्थन पर चर्चा की जाएगी।
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उनकी रहमत को तो यह बात गवारा ही नहीं, उनकी चौखट पे कोई जाए और ख़ाली लौटे...
Jun ११, २०२२ १०:१९उनकी रहमत को तो यह बात गवारा ही नहीं, उनकी चौखट पे कोई जाए और ख़ाली लौटे...
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इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता द्वारा जनता की ओर से इमाम रज़ा अलै. के रौज़े की ज़ियारत करने की क्लिप
Jun ०८, २०२२ १७:५४इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता द्वारा जनता की ओर से इमाम रज़ा अलै. के रौज़े की ज़ियारत करने की क्लिप
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15 खुर्दाद को क्या हुआ था, उसके बारे में ईरानी संविधान में क्या लिखा है?
Jun ०५, २०२२ १३:४१संघर्ष एक ऐसी चीज़ है जिसमें धैर्य, प्रतिरोध और उसका जारी रहना बहुत ज़रूरी है। कोई भी संघर्ष धैर्य व प्रतिरोध के बिना सफल नहीं हो सकता।