हज़रत इमाम हुसैन(अ)
Jun २०, २०१६ १३:१९ Asia/Kolkata
तुम्हारा दोस्त वह है जो तुम्हें बुरे कामों से रोके और तुम्हारा दुश्मन वह है जो तुम्हें उस काम पर विवश करे।
तुम्हारा दोस्त वह है जो तुम्हें बुरे कामों से रोके और तुम्हारा दुश्मन वह है जो तुम्हें उस काम पर विवश करे।