Jul ३१, २०१७ १४:४४ Asia/Kolkata
  • S B SHARMA

२६ जून के  ईरान के महान व्यक्तित्व प्रोग्राम नजमुद्दीन कोबरा में विषय  में विस्तार से जानकारी दी गई

नजमुद्दीन कोबरा एक शशक के साथ एक चिंतक लेखक और धार्मिक अगुवा भी थे वे कई किताबे भी लिखे है उनके अनुसार ईशवर द्वारा बताये मार्ग को कभी भी बिस्मृत न करे वे अपने राज्य के बचाव में कुर्बान हो गए मंगोलों ने उन्हें कहा था की यदि वे चाहे तो अपने शहर को छोड़ सकते है पर निज्मिडीन कोबरा ने मरते डीएम तक अपने शहर को सुरक्षित देखने का सपना चुना और अंततः सहीद जो गए