ईरानी बाज़ार -26
ईरान में तेल और गैस के बहुत बड़े-बड़े भण्डार हैं।
ईरान की गणना विश्व के उन गिनेचुने देशों में होती है जिनके पास भारी मात्रा में तेल और गैस है। यही कारण है कि ईरान, तेल और गैस के साथ ही पेट्रोलियम पदार्थों का निर्यात करता है। इसके बावजूद ईरान, बहुत बड़ी मात्रा में ग़ैर पेट्रोलियम पदार्थों का भी निर्यात करता है जो विगत की तुलना में दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।

आज हम खजूर के निर्यात के बारे में आपको बताएंगे। खजूर एक एसा फल है जिसे स्वर्ग का फल कहा गया है। आसमानी किताबों में कई बार खजूर का उल्लेख किया गया है। जानकारों का कहना है कि खजूर के लाभों के कारण ही इसकी उल्लेख आसमानी किताबों में हुआ है।
चिकित्सकों के अनुसार खजूर के लाभ इतने अधिक हैं कि यदि कोई उनको पढ़े या सुने तो उसको अवश्य ही आश्चर्य होगा। खजूर की मौजूदगी के बारे में कुछ स्पष्ट नहीं है कि इसका अस्तित्व पृथ्वी पर कब से है। यही कारण है कि इसके बारे में बहुत से कथन पाए जाते हैं। कुछ किताबों में मिलता है कि 5000 वर्ष पहले से धरती पर खजूर का अस्तित्व पाया जाता है। प्राचीन शिलालेखों के अध्ययन से ज्ञात होता है कि हज़ारों साल पहले मिस्र, सीरिया, फ़िलिस्तीन, इराक़ और लीबिया में खजूर की खेती हुआ करती थी।
कहा जाता है कि खजूर गर्म क्षेत्रों का फल है। इसके पेड़ सामान्यत: उन क्षेत्रों में उगते हैं जहां पर पानी कम होता है या वे कम पानी वाले क्षेत्र होते हैं। बहुत से विशेषज्ञों का मानना है कि खजूर की उत्पत्ति का स्थल, पश्चिमी एशिया या उत्तरी अफ़्रीका रहा है। खजूर, अधिकतर मरूस्थली क्षेत्रों में पाया जाता है। बहुत अधिक लाभ के कारण खजूर को रेगिस्तानी क्षेत्र के फलों का राजा भी कहा जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि एक ग्लास देध के साथ एक खजूर खा लिया जाए तो यह मनुष्य की एक दिन की शारीरिक आवश्यकता की पूर्ति करता है।

मनुष्य को स्वस्थ्य रखने में खजूर की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका है। इसको सेहत का ख़ज़ाना भी कहा गया है। खजूर को विश्व के सबसे पौष्टिक फलों में से एक फल बताया जाता है। कुछ डाक्टर तो यह कहते हैं कि खजूर स्वयं एक टानिक है। इसमें पौष्टिक तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। खजूर में कई प्रकार के पदार्थ पाए जाते हैं। इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, फासफोरस, पोटेशियम, सोडियम, लौह और मैग्नीशियम के अतिरिक्त विटमिन ए-बी-सी जैसे तत्व होते हैं। खजूर में वसा और कोलेस्ट्राल की मात्रा न होने के कारण इसे आदर्श फल माना जाता है।
विश्व के जिन क्षेत्रों में खजूर पैदा होती हे उनमें से एक ईरान भी है। ईरान में पैदा की जाने वाली फसलों में से एक खजूर है। यहां बहुत से क्षेत्रों में खजूर की खेती की जाती है। ईरान में दो लाख हेक्टर से अधिक धरती पर खजूर की खेती की जाती है। फाओं की रिपोर्ट के अनुसार सन 2013 में खजूर की खेती में ईरान, विश्व में चौथे नंबर पर था। कहा जाता है कि पूरी दुनिया में खजूर की 3000 से अधिक क़िस्में हैं। ईरान में 400 प्रकार की खजूरों की खेती की जाती है। ईरान, बड़े पैमाने पर कई तरह की खजूरों का निर्यात करता है। ईरान से जिन खजूरों का निर्यात किया जाता है उनमें से एक का नाम मोज़ाफ़ती खजूर है।

मोज़ाफ़ती नाम की खजूर, ईरान के किरमान प्रांत के अधिकांश क्षेत्रों में पैदा होती है किंतु इसका केन्द्र बम नगर बताया जाता है। मोज़ाफ़ती खजूर के अतिरिक्त भी ईरान से कई प्रकार की खजूरों का निर्यात किया जाता है जिनमें से कुछ के नाम इस प्रकार हैं। सायेर, शाहानी, कबकाब, बारही, पियारोम, रोब्बी व मोरदासंग आदि। मोरदासंग नामकी खजूरही एकमात्र एसी खजूर है जिसे देखने और खाने के लिए किरमान की यात्रा करना आवश्यक है। इसका मुख्य कारण यह है कि मोरदासंग नामक खजूर, न तो बेची जाती है और न ही इसका निर्यात किय जाता है बल्कि इसको शौक़िया पैदा किया जाता है। खाने में यह बहुत ही स्वादिष्ट होती है लेकिन इसकी पैदावार बहुत कम है अत: बहुत जल्दी ख़त्म हो जाती है।
खजूर सामान्यत: गर्मी के मौसम में पकती है। इस मौसम में यदि आप उन क्षेत्रों की यात्रा पर जाएं जहां पर खजूर पैदा होती है तो वहां पर आपको विचित्र प्रकार के दृश्य देखने को मिल जाएंगे। इन क्षेत्रों में आपको दिखाई देगा कि खजूर के बाग़ों में लोग अपनी कमर में रस्सी बांधे हुए खजूर तोड़ रहे हैं। यह लोग खजूर को एक-एक करके नहीं तोड़ते बल्कि खजूर के गुच्छों को तोड़ते हैं। खजूर का हर गुच्छा 6 से 12 किलोग्राम भारी होता है। जब गुच्छा तोड़ लिया जाता है तो फिर उसमें से खजूरों को तोड़कर अलग किया जाता है। ईरान में खजूर अधिकतर ख़ुजिस्तान, हुरमुज़गान, फ़ार्स, बूशहर, किरमान और सीस्तान व बलोचिस्तान प्रांतों में पैदा होती है।

दुनिया में खजूर पैदा करने वाले देशों में ईरान को विशेष महत्व प्राप्त है। खजूर के निर्यात की दृष्टि से ईरान, विश्व में चौथे नंबर पर है। ईरान से पूरी दुनिया में खजूर निर्यात किया जाता है। कुछ देश एसे हैं जो ईरान से बहुत बड़ी मात्रा में खजूर का आयात करते हैं और बाद में उन्हीं खजूरों को पैक करके अपने नाम से बाज़ार में बेचते हैं।