ईरानी बाज़ार-32
आज के जीवन में वस्त्र उद्योग के उत्पाद की अहमियत बहुत बढ़ गयी है।
वस्त्र एक ओर इंसान की बहत अहम ज़रूरत पूरी करते हैं तो दूसरी ओर एक समाज की संस्कृति की झलक भी पेश करते हैं। विश्व अर्थव्यवस्था में वस्त्र उद्योग का भी योगदान है। यह उद्योग रोज़गार सृजन सहित और भी कई कारणों से विकासशील देशों में महत्वपूर्ण उद्योगों में गिना जाता है। टेक्साटइल उद्योग में उत्पादन की लंबी ज़न्जीर के मद्देनज़र रोज़गार सृजन अधिक होता है। वस्त्र उद्योग की अहमियत बहुत ज़्यादा है। इस उद्योग में 2 डॉलर से कम मूल्य के सूती धागे से लेकर 80 डॉलर मूल्य की अच्छे ब्रान्ड की शर्ट का उत्पादन हो सकता है। इस उद्योग का एक और मज़बूत पहलू यह है कि इस उद्योग के उत्पाद को निर्यात की संभावना अधिक होती है जिससे विदेशी मुद्रा आती है।

इस वक़्त दुनिया में बहुत से देशों ने वस्त्र उद्योग में पूंजिनिवेश किया है जिससे वह देश के भीतर की बाज़ार की आपूर्ति के साथ साथ अन्य देशों को भी वस्त्रों की आपूर्ति करते हैं। स्पेन, इटली, तुर्की, चीन, बांग्लादेश, ताइवान, थाईलैंड, वियतनाम और श्रीलंका वे देश हैं कि जिनके टेक्सटाइल उद्योग का 50 फ़ीसद से ज़्यादा का निर्यात वस्त के निर्यात से विशेष है। विश्व व्यापार संगठन की रिपोर्ट के अनुसार, 2013 में कपड़ा उद्योग में निर्यात का मूल्य 400 अरब डॉलर से ज़्यादा था। यह रक़म टेक्सटाइल उद्योग के 55 फ़ीसद से ज़्यादा भाग और दुनिया में कुल निर्यात के ढाई फ़ीसद को दर्शाती है। इस वक़्त दुनिया में वस्त्र उद्योग का व्यापार 1100 अरब डॉलर का है। योरोपीय संघ के सदस्य देश, अमरीका, चीन और जापान वे देश हैं जहां सबसे ज़्यादा कपड़े की खपत है। इन देशों में दुनिया की कुल जनसंख्या का एक तिहाई भाग बसता है और कुल कपड़ा उत्पादन का 75 फ़ीसद भाग इस्तेमाल होता है। बाक़ी बचे हुए देश अर्थात दुनिया की 65 फ़ीसद आबादी उत्पादित कपड़े के सिर्फ़ 25 फ़ीसद भाग का इस्तेमाल करती है।
पूर्वानुमान यह है कि दुनिया में टेक्सटाइल उद्योग में 2025 में बहुत ज़्यादा विकास होगा। 2025 तक दुनिया में वस्त्र के प्रति व्यक्ति अवसतन इस्तेमाल में 83 फ़ीसद वृद्धि होगी जो पैसों की दृष्टि से 183 डॉलर से बढ़ कर 280 डॉलर पहुंच जाएगी। 2025 तक दुनिया में वस्त्र बाज़ार 20 खरब डॉलर से ज़्यादा का हो जाएगा। इसका अर्थ यह हुआ कि इस बाज़ार के मौजूदा मूल्य में लगभग 10 खरब डॉलर का इज़ाफ़ा होगा और रोज़गार भी बढ़ेगा। 2025 में दुनिया में जिन मंडियों में कपड़े की मांग बढ़ेगी वह भारत और चीन के बाज़ार होंगे। चीन में घरेलू मांग में वृद्धि होगी, उत्पादन का ख़र्च बढ़ेगा और वैल्यू ऐडेड में कमी आएगी जिसके कारण आपूर्ति की रफ़्तार कम हो जाएगी। नतीजे में दुनिया में वस्त्र व्यापार में चीन की भागीदारी कम होगी। विश्व वस्त्र मंडी में चीन की भागीदारी में कमी का अर्थ इस मुनाफ़े वाले बाज़ार में दूसरे देशों को अवसर मिलना है। यह विषय एक ओर दुनिया में जनसंख्या बढ़ने का सूचक है तो दूसरी ओर दुनिया के अन्य देशों में वस्त्र उत्पादकों के लिए उज्जवल क्षितिज को पेश करता है।

इस समय एशिया दुनिया में टेक्सटाइल का सबसे बड़ा उत्पादक क्षेत्र है। इस समय एशिया इस उत्पाद के आंतरिक इस्तेमाल के नए चरण में दाख़िल हो रहा है। बताया जाता है कि 2025 में एशिया के भीतर कपड़ा व्यापार अपनी मौजूदा मात्रा से दुगुना हो जाएगा और इसका मूल्य 350 अरब डॉलर पहुंच जाएगा।
ईरान में कपड़े की मांग के मद्देनज़र इस उद्योग का भविष्य अच्छा नज़र आता है। ईरान में कपड़ा उत्पादन की हज़ारों इकाइयां हैं और हज़ारों की संख्या में माहिर श्रमबल है। इसके साथ ही ईरान में कपड़ा उद्योग का इतिहास बहुत पुराना है। इस समय ईरान में कपड़ा उद्योग की कुल इकाइयां बाक़ी उद्योग की तुलना में 11 फ़ीसद हैं। इस समय ईरान में कपड़ा उद्योग में सीधे तौर पर 2 लाख 80000 लोग रोज़गार से लगे हुए हैं। ईरान में कपड़ा उद्योग लगभग 14 से 15 अरब डॉलर का है और इस बात का अनुमान है कि 2025 तक यह मात्रा दुगुना हो जाएगी। इस समय ईरान में प्रति व्यक्ति कपड़े के इस्तेमाल का मूल्य लगभग 150 डॉलर है।
एक देश के वस्त्र उद्योग के विकास में मूल्य, क्वालिटी और ब्रान्ड प्रभावी तत्व समझे जाते हैं। विश्वस्त ब्रान्ड ग्राहक को बेचने वाले या उत्पादक की पहचान कराता है जिससे उसे एक उत्पाद का चयन करने में मदद मिलती है। ग्राहक को एक विश्वस्त ब्रान्ड का उत्पाद ख़रीद कर यह संतोष हासिल होता है कि उसने जो क़ीमत अदा की है उसके बदले मुक़ाबले में उसे सही उत्पाद मिला है। एक कंपनी के मालिक की नज़र में पूंजि, प्रौद्योगिकी और मूल पदार्थ की तरह ही ब्रान्ड की भी आर्थिक अहमियत होती है। दुनिया में कपड़ा उद्योग में पूंजिनिवेश के लिए जिन बिन्दुओं को मद्देनज़र रखा जाता है उसमें ब्रान्ड भी है। ब्रान्ड की अहमियत इतनी ज़्यादा है कि दुनिया में कपड़ा उद्योग के अच्छे ब्रान्ड अन्य देशों में अपनी चीज़ों के उत्पादन के बावजूद इन देशों को अपना ब्रान्ड हवाले नहीं करते। यह विषय कपड़े के मूल्य में ब्रान्ड की अहमियत को दर्शाता है।

ईरान में कपड़े के मशहूर ब्रान्डों के नाम हैं, बर्क, हाकूपियान, गेराद, जामे, पातन जामे, डेनिस ट्रिको और तन पूश। ये ब्रान्ड पिछले लगभग 50 साल से काम कर रहे हैं। हाकूपियान ब्रान्ड डिज़ाइनिंग, उत्पादन और वितरण के क्षेत्र को विकसित कर घरेलू व विदेशी बाज़ार में अच्छी पहचान बनाने में सफल रहा है। हाकूपियान ब्रान्ड के मर्दाना कपड़े की इकाई अच्छी क्वालिटी के कपड़े का उत्पादन करती है और अब तक कई अंतर्राष्ट्रीय इनाम पा चुकी है। ईरान में वस्त्र उद्योग में सक्रिय कंपनियों में तनदुरुस्त नामक कंपनी अपने उत्पाद में प्राकृतिक धागों का इस्तेमाल करती है। इस कंपनी ने ईरानी डिज़ाइन व चित्र पर आधारित नए ईरानी ब्रान्ड बाज़ार में उतारे हैं। इस कंपनी के मालिक का उद्देश्य प्रकृति से समन्वित उत्पाद बनाना है।
ईरान मर्दों, औरतों और बच्चों के विभिन्न वर्ग के कपड़ों का निर्यात करता है। कुछ साल पहले ईरान ने कपड़ा उद्योग में इतना ज़्यादा निर्यात किया था कि यह उद्योग निर्यात की दृष्टि से ग़ैर पेट्रोलियम पदार्थों के निर्यात में तीसरे स्थान पर था। इराक़, अफ़ग़ानिस्तान, केन्द्रीय एशिया और पूर्वी एशिया के कुछ देश, ईरान के वस्त्र उद्योग की मंडियां हैं। ईरान अपनी विशेष भौगोलिक स्थिति और क्षेत्र के 30 करोड़ डॉलर मूल्य के बाज़ार में पहुंच रखने के मद्देनज़र आर्थिक दृष्टि से विशेष हैसियत रखता है और ईरान में टेक्सटाइल इंडस्ट्री में पूंजिनिवेश पर अच्छा रिटर्न मिल सकता है। ईरान टेक्सटाइल उद्योग को बढ़ावा देने के लिए 150 हेक्टर क्षेत्रफल पर वस्त्र उद्योग की गतिविधियों से से विशेष एक कालोनी बनाना चाहता है जिसमें 307 निर्यात इकाइयां होंगी। ये इकाइयां विभिन्न प्रकार के कपड़ों के उत्पादन, सीधे तौर पर सप्लाई करने वाले केन्द्र, डिज़ाइन के अंतर्राष्ट्रीय स्तर के स्कूल की स्थापना और बुनाई की प्रौद्योगिकी के लिए की होंगी। ईरान में टेक्सटाइल इंडस्ट्री की क्वालिटी बेहतर करने के लिए पूरे ईरान में लघु स्तर की कपड़े के उत्पादन की 500 आज़ाद इकाइयों की स्थापना और प्रान्तों में टेक्सटाइल इंडस्ट्री के लिए ज़रूरी कच्चे माल की आपूर्ति, कारख़ाना लगाने और ट्रेनिंग देने के लिए ज़रूरी ढांचा बनाने पर काम चल रहा है।

ईरान में टेक्सटाइल इंडस्ट्री से जुड़ी संस्थाएं कपड़ा और टेक्सटाइल के क्षेत्र में सक्रिय वैज्ञानिक केन्द्रों की मदद के लिए फ़ेस्टिवल व प्रतियोगिता का आयोजन करती हैं। इस आयोजन के ज़रिए इस क्षेत्र में काम कर रहे ईरानी विशेषज्ञों को लिबास व कपड़े की डिज़ाइन और टेक्सटाइल उद्योग को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखकर इसकी क्वालिटी को बेहतर करने के लिए मौजूद अवसर से परिचित कराते हैं। इसी प्रकार डिज़ाइन के संबंध में नए नए विचार पेश करते हैं और यह बताते हैं कि किस तरह अपने काम में रचनात्मकता लायी जाए।