ईरानी बाज़ार-39
वर्तमान समय में हेल्थ या मेडिकल टूरिज़्म, चिकित्सा पर्यटन या स्वास्थ्य पर्यटन बहुत तेज़ी से बढ़ रहा है।
स्वास्थ्य की देखभाल और किसी बीमारी के उपचार के लिए की जाने वाली विदेश यात्रा, चिकित्सा पर्यटन की सूचि में आती है। मानव समाज में पर्यटन या यात्राओं का क्रम आदिकाल से जारी है। पुराने ज़माने में भी लोग दूर-दूर की यात्राएं किया करते थे। ें अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरण पाए जाते हैं। फाराबी अस्पताल में प्रतिवर्ष 40 हज़ार बीमारों कप्राचीनकाल में यात्राएं, सामान्यतः व्यापार या पवित्र स्थलों के दर्शन के उद्देश्य से की जाती थीं। दूसरे शब्दों में कहा जा सकता है कि उस काल में यात्राओं का उद्देश्य बहुत सीमित हुआ करता था। लंबी यात्राएं न करने का मुख्य कारण यह था कि यात्रा के संसाधन बहुत ही सीमित थे। उस दौर में छोटी यात्रा के लिए भी अधिक समय लगता था। निर्धन या मध्यवर्ग के लोग, यात्राओं पर जाने के बारे में सोचते भी नहीं थे। उस ज़माने में लंबी यात्राएं अधिकतर पैसेवाले या व्यापारी किया करते थे।

यूरोप मे आने वाली औद्योगिक क्रांति के साथ यातायात सहित कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय विकास हुआ। इससे पहले तक पशुओं और पानी के जहाज़ के माध्यम से ही यात्राएं की जाती थीं। यातायात के क्षेत्र में होने वाले परिवर्तनों के साथ ही विश्व में पर्यटन को बढ़ावा मिला। अब केवल पानी के जहाज़ या नौकाओं से ही नहीं बल्कि विमान से भी यात्रा करने का अवसर उपलब्ध हुआ। वर्तमान समय में स्थिति यह हो गई है कि पर्यटन की गणना, संसार में अधिक आय वाले उद्योगों में होती है। कहा जाता है कि तेल उद्योग और वाहन निर्माण उद्योग के बाद पर्यटन ही सबसे अधिक आय वाला उद्योग है। जानकारों का कहना है कि पर्यटन से रोज़गार सृजन, आय के स्रोतों में वृद्धि, निर्धन्ता उन्मूलन और सामाजिक न्याय स्थापित करने में सहायता मिलती है।
वर्तमान समय में टूरज़िम की बहुत सी शाखाए हैं जैसे ऐतिहासिक स्थलों के दर्शन, प्राकृतिक दृश्यों को देखना, वैज्ञानिक गतिविधियों के लिए कहीं जाना, व्यापार या खेलों के लिए दूसरे देशों की यात्राएं करना, पढ़ाई के लिए विदेश जाना, मनोरंजन या रोमांचक कामों के लिए यात्रा पर निकलना या फिर तीर्थ स्थलों के दर्शन के लिए दूसरे स्थानों और देशों की यात्रा पर जाना आदि। दूसरे शब्दों में यह कहा जा सकता है कि इस समय टूरिज़्म या पर्यटन का विस्तार कई क्षेत्रों में हुआ है और यह पहले की भांति केवल पवित्र स्थलों के दर्शन और व्यापार तक सीमित नहीं रह गया है। पर्यटन की शाखाओं में से एक शाखा, हेल्थ टूरिज़्म, चिकित्सा पर्यटन या स्वास्थ्य पर्यटन है। चिकित्सा पर्यटन एसा टूरिज़्म है जिसमें किसी बीमारी के इलाज के लिए किसी देश की यात्रा की जाती है। हालिया दशकों में इसमें बहुत तेज़ी से विस्तार हो रहा है। इस समय चिकित्सा पर्यटकों की संख्या में पूरे विश्व में बहुत तेज़ी से वृद्धि हो रही है।

कहते हैं कि प्रतिवर्ष संसार में 70 लाख लोग, चिकित्सा पर्यटन के उद्देश्य से यात्राएं करते हैं। क्योंकि स्वास्थ्य पर्यटन से बहुत से देश ख़ूब धन अर्जित कर रहे हैं इसिलए विश्व स्तर पर बहुत सी सरकारें चिकित्सा पर्यटन को बढ़ावा देने में लगी हुई हैं। बहुत से देश इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर पूंजी निवेश कर रहे हैं जिसके कारण चिकित्सा पर्यटन के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ती जा रही है। इस क्षेत्र में पूंजी निवेश करने वाला हर देश, अधिक से अधिक चिकित्सा पर्यटकों को अपनी ओर आकृष्ट करने में लगा हुआ है।
बताया जाता है कि चिकित्सा पर्यटन का व्यापार, विश्व स्तर पर प्रतिवर्ष 439 अरब डालर का है। जो लोग स्वास्थ्य पर्यटन या चिकित्सा पर्यटन के उद्देश्य से दूसरे देशों की यात्राएं करते हैं उनका मुख्य उद्देश्य दक्ष चिकित्सकों के निरीक्षण में लंबी लाइनों से बचते हुए अपना उचित ढंग से इलाज करवाना होता है। इन्ही चीज़ों को हासिल करने के लिए कोई व्यक्ति यात्रा की कठिनाइयां सहन करता है। चिकित्सा पर्यटन की एक विशेषता उचित मूल्य पर अच्छे ढंग से अपना इलाज कराना है। जो देश चिकित्सा पर्यटन को बढ़ावा दे रहे हैं उन्होंने अपने यहां ऐसे अस्पतालों का निर्माण कराया है जो उपचार के उपकरणों से सुसज्जित होने के साथ ही विशेषज्ञ डाक्टरों के भी स्वामी हैं। इसमें इलाज पर ख़र्च किये जाने वाले पैसे का संबन्ध, व्यक्ति की बीमारी पर निर्भर होता है। इस हिसाब से किसी बीमारी के इलाज के लिए ख़र्च किये जाने वाले पैसों को निर्धारित नहीं किया जा सकता।
विश्व के चिकित्सा पर्यटन को बढ़ावा देने वाले देश, अधिक से अधिक आय के उद्देश्य से आधुनिक उपकरणों से अस्पतालों को सुसज्जित करते हैं लेकिन यह बात पूरे विश्वास के साथ कही जा सकती है कि केवल इस काम से चिकित्सा पर्यटन को बढ़ाया नहीं दिया जा सकता बल्कि इसके लिए अनुभवी एवं विशेषज्ञ स्तर के चिकित्सकों की बहुत आवश्कयता है। विशेषज्ञों का कहना है कि जिस तरह से पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मंहगे होटल, व्यापारिक काम्पलेक्स या अन्य चीज़ों का निर्माण करके अधिक लाभ उठाया जा सकता है उस प्रकार से चिकित्सा पर्यटन को बढ़ावा नहीं दिया जा सकता बल्कि इसके लिए अच्छे डाक्टरों का होना बहुत ही ज़रूरी है। अच्छे डाक्टरों और आधुनिक चिकित्सा उपकरणों की मौजूदगी से ही कोई देश अपने यहां चिकित्सा पर्यटन को बढ़ावा दे सकता है।
विश्व के जो देश चिकित्सा पर्यटन के क्षेत्र में सक्रिय हैं उनमें से एक ईरान भी है। ईरान में जहां पर अच्छे डाक्टर हैं वहीं पर आधुनिक अस्पताल भी हैं। अन्य देशों की तुलना में ईरान में अत्याधुनिक सुविधाओं से संपन्न अस्पतालों में दक्ष चिकित्सकों की देखरेख में उचित मूल्य पर बीमारों का इलाज किया जाता है। ईरान में प्रतिवर्ष हज़ारों चिकित्सा पर्यटक अपने इलाज के लिए आते हैं। यहां पर प्राकृतिक ढंग से भी बहुत सी बीमारियों का उपचार किया जाता है। जानकारों का कहना है कि चिकित्सा पर्यटन की दृष्टि से मध्यपूर्व में ईरान, बहुत ही प्रभावशाली और उपयुक्त देश है।
ईरान में चिकित्सा पर्यटन के अन्तर्गत स्पाइनल सर्जरी या रीढ़ की हड्डी के आपरेशन, न्यूरोलाजिकल सर्जरी, प्लास्टिक सर्जरी, कार्डियालोजी, लैप्रोस्कोपी, कैंसर संबन्धी रोगों, हृदय रोगों और बांझपन का उचित ढंग से उपचार किया जाता है। किडनी प्रतिरोपण के क्षेत्र में ईरान की गणना विश्व के अग्रणी देशों में होती है।
ईरान में हेल्थ टूरिज़्म के क्षेत्र में आंखों की बीमारियों का बहुत अच्छे ढंग से इलाज किया जाता है। नेत्र विज्ञान के सिलसिले में भी ईरान ने विशेष स्थान प्राप्त किया है। यहां पर विश्व विख्यात नेत्र विशेषज्ञ पाए जाते हैं। नेत्र विज्ञान के क्षेत्र में ईरानी डाक्टरों ने अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी ख्याति अर्जित की है। विशेषज्ञों का कहना है कि ईरान में आंख के मरीज़ों के इलाज में कुछ ऐसे उपकरणों का प्रयोग किया जाता है जिनका इस्तेमाल दुनिया के कुछ गिनेचुने देशों में ही होता है।
ईरान में आंख के अस्पतालों में सबसे विश्वसनीय अस्पताल, फ़ाराबी है। आखों का यह अस्पताल राजधानी तेहरान में है। इसका निर्माण 1321 हिजरी शमसी में किया गया था। इसमें मौजूद विशेषज्ञ डाक्टरों ने इस अस्पताल को अधिक ख्याति दी है। यहां पर आख़ों से संबन्धित हर प्रकार की बीमारियों का इलाज बड़ी दक्षता के साथ किया जाता है। इस अस्पताल में अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरण पाए जाते हैं। फाराबी अस्पताल में प्रतिवर्ष देश-विदेश के 40 हज़ार बीमारों का इलाज किया जाता है। इस केन्द्र में 57 हज़ार आपरेशन किये जाते हैं।