May १६, २०१८ १३:३० Asia/Kolkata

क़ुरआन ईश्वरीय चमत्कार-667

 

الَّذِي خَلَقَنِي فَهُوَ يَهْدِينِ (78) وَالَّذِي هُوَ يُطْعِمُنِي وَيَسْقِينِ (79) وَإِذَا مَرِضْتُ فَهُوَ يَشْفِينِ (80)

 

जिसने मुझे पैदा किया और वही मेरा मार्गदर्शन करता है। (26:78) और वही है जो मुझे खिलाता और पिलाता है। (26:79) और जब मैं बीमार होता हूँ तो वही मुझे अच्छा करता है। (26:80)

 

 

وَالَّذِي يُمِيتُنِي ثُمَّ يُحْيِينِ (81) وَالَّذِي أَطْمَعُ أَنْ يَغْفِرَ لِي خَطِيئَتِي يَوْمَ الدِّينِ (82)

 

और वही है जो मुझे मारेगा, फिर मुझे जीवित करेगा। (26:81) और वही है जिससे मुझे आशा है कि बदला दिए जाने के दिन वह मेरी ग़लती क्षमा कर देगा। (26:82)

 

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