ईरान में विदेशी पूंजीनिवेश की संभावनाएं- 4
मार्यक्रम में पेट्रोकैमिकल उद्योग और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में विदेशी पूंजी निवेश के बारे में चर्चा करेंगे।
सन १९६४ में ईरान की राष्ट्रीय पैट्रोकैमिकल कंपनी का गठना हुआ था। सन १९७९ में इस्लामी क्रांति की सफलता क पैट्रोकैमिकल उत्पाद २७ लाख टन तक पहुंचा था। ईरान पर थोपे गए आठ वर्षीय युद्ध के दौरान अर्थात सन १९८० के बीच ईरान की राष्ट्रीय पेट्रोकैमिकल कंपनी की गतिविधियां कम हो गई। इसी दौरान ईरान की राष्ट्रीय पेट्रोकैमिकल कंपनी ने शीराज़ पेट्रोकैमिकल विस्तार योजना को पूरा किया। इमाम सादिक़ (अ) विश्वविद्धालय के प्रोफ़ेसर डाक्टर अली ताहेरी फ़र्द इस बारे में कहते हैं कि ईरान की राष्ट्रीय पेट्रोकैमिकल कंपनी के रासायनिक खाद, सल्फयूरिक एसिद , गंधक, अमोनिया तथा प्लास्टिक जैसे उत्पदों की गुणवत्ता बहुत अच्छी है। अन्तर्राष्ट्रीय बाज़ार में इन ईरानी उत्पादों की मांग है।
पैट्रोकैमिकल से संबन्धित विभिन्न उत्पादों पर निर्भर्ता और इसके उत्पादों में विविधता के कारण ही संसार के बहुत से देशों का ध्यान ईरान के पैट्रोकैमिकल उत्पादों की ओर गया है। इसी के साथ ईरान में पैट्रोकैमिकल से संबन्धित राष्ट्रमैटिरियल के सरलता से उपबल्ध होने, सस्ते में लेबर की पूर्ति और इस क्षेत्र के विशेषज्ञों की उपबल्धता के साथ ही अपने उत्पादों को बहुत ही कम मूल्य पर ज़मीनी, हवाई और समुद्री मार्ग से अन्य देशो। तक पहुंचाने जैसी सुविधा ने लोगों को ईरान में पूंजी निवेश के लिए प्रेरित किया है।
ईरान की राष्ट्रीय पैट्रोकैमिकल कंपनी ने २०२० तक १८० मिलयन टन पैट्रोकैमिकल उत्पादों का लक्ष्य रखा है। इन परिस्थितियों में अन्तर्राष्ट्रीय कंपनियां, आधुनिक तकनीक से लाभ उठाते हुए उद्योग की कार्यक्षमता को बढ़ाते हुए अधिक लाभ उठा सकती है।
पैट्रोकैमिकल उद्योग में तैलीय शैली मं पेट्रोलियम हाइड्रोकार्बन के १० से १५ प्रतिशत वैल्यु एडेड पदार्थ, कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस जैसा महत्व पैदा कर लेते हैं।
कच्चा माल बेचाने से रोकने और निर्यात में विविधता लाने के उद्देश्य से ईरान ने पेट्रोकैमिकल रिफ़ायनरी बनाई है। रिफ़ायनरियों की नई नस्ल में petrochemical Refinery की गणना होती है। यह रिफ़ाइनरियों और पेट्रोकैमिकल के बीच समन्वय की बात करता है। वास्तव में पैट्रोकैमिकल राफ़ाइनरी का लक्ष्य केवल तरल गैसे एलपीजी, पेट्रोल , सफ़ेद पेट्रोल, गैसोलीन का उत्पादन नहीं है बल्कि इन उत्पादों के साथ ही साथ पोलिमर की आवश्यकताओं के उतप्दों को भी पैदा करना है।
ईरान की गणना संसार के उन देशों में होती है जहां पर सूर्य की रोशनी अधिक समय तक रहती है। एक साल में ईरान में लगभग ३०० दिन एसे होते हैं जिनमें धूप खिली होती है। इस प्रकार ईरान में सौर ऊर्जा की क्षमताएं बहुत हैं। इसके अतिरिक्त ईरान में बहुत से एसे क्षेत्र हैं जहां पर हवा का प्रवाह बहुत अधिक है। फ़ार्स की खाड़ी और कैस्पियन सागर के जलक्षेत्रों ने बिजलीघर बनाने के लिए आवश्यक भूमिका प्रशस्त की है।
ईरान में स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में पाई जाने वाली विविध प्रकार की संभावनाओं के दृष्टिगत तेहरान, इस प्रकार की ऊर्जा के प्रयोग को प्राथमिकता देता है।
यही कारण है कि इस्लामी गणतंत्र ईरान ने ऊर्जा के क्षेत्र में प्रइवेट सेक्टर को प्रेरित करने के उद्देश्य से विशेष प्रकार के प्रेत्साहनों को कार्यसूचि में शामिल किया है।
स्वच्छ ऊर्जा के संदर्भ में ईरान का सबसे बड़े सौर ऊर्जा संयंन्त्र सन २०१७ में इस्फ़हान के जरकूया क्षेत्र में लगा था। इसको बनाने में लगभग ५५ अरब तूमान लगे थे। इसको बनाने में यूनानी कंपनी मेट्का ने सहयोग किया। दस मेगावाट की क्षमता वाला यह बिजलीघर, हर महीने लगभग बीस लाख किलोवाट बिजली पैदा करता है। यह बिजलीघर हर महिने लगभग चार लाख बीस हज़ार घनमीटर की बचत करता है। यह हर महीने लगभग १३४ अन कार्बनडाई आक्साइड गैस, ५.७ प्रतिशत सल्फराडाई आक्साइड गैस और ५ टन एनओएक्स को रोकता है।