अहमद बिन हंबल के मत से संबंध रखने वाले धर्मगुरुओं का मानना है कि सलफ़ी समुदाय का अहमद बिन हंबल के विचारों से कोई संबंध नहीं है।
1970 के दशक में तेल के उत्पादन और उसके मूल्य में वृद्धि के साथ ही ईरान के अत्याचारी शासक मुहम्मद रज़ा पहलवी को अधिक शक्ति का आभास हुआ और उसने अपने विरोधियों के दमन और उन्हें यातनाए देने में वृद्धि कर दी।