• विकास पथ- 16

    विकास पथ- 16

    Mar १२, २०१८ १४:१२

    हमने तीसरी सहस्त्राब्दी के पहले दशक में ईरान में वैज्ञानिक क्षेत्र में होने वाले विकास की चर्चा की थी।

  • विकास पथ- 15

    विकास पथ- 15

    Mar १२, २०१८ १४:०६

    हमने वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामेनई की नज़र से इस्लामी संस्कृति व सभ्यता में विज्ञान के स्थान और पश्चमी संस्कृति व सभ्यता के साथ उसकी समानता व अंतर पर चर्चा की।

  • विकास पथ- 14

    विकास पथ- 14

    Mar १२, २०१८ १३:४९

    हमने पश्चिमी देशों के मुक़ाबले में अनेक देशों के पिछड़ने के कारणों के बारे में ईरान की इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता का दृष्टिकोण बयान किया था और उल्लेख किया था कि पश्चिमी देश तीसरी दुनिया के देशों के विकास में तरह तरह की रुकावटें खड़ी करते हैं।

  • विकास पथ- 13

    विकास पथ- 13

    Mar १२, २०१८ १३:४१

    हमने पिछले दो कार्यक्रम में इस्लामी और पश्चिमी संस्कृति व सभ्यता के बारे में वरिष्ठ नेता के दृष्टिकोण की समीक्षा की  थी और इस बात का उल्लेख किया कि वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामेनई की नज़र में ज्ञान और आस्था एक दूसरे के पूरक हैं और यही चीज़ इस्लामी सभ्यता के चमकने का आधार बनी।

  • विकास पथ- 10

    विकास पथ- 10

    Feb २८, २०१८ १३:४१

    हमने पिछले 50 वर्षों के दौरान ईरान में शिक्षा की स्थिति की समीक्षा की थी। 

  • विकास पथ- 12

    विकास पथ- 12

    Feb २८, २०१८ १६:२३

    हमने आपको बताया था कि इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामेनेई ने ज्ञान और ईमान को दो एसे परों की संज्ञा दी जिनमें से किसी एक के बिना उड़ना संभव नहीं है।

  • विकास पथ- 11

    विकास पथ- 11

    Feb २८, २०१८ १४:१५

    हमने ईरान में वैज्ञानिक प्रगति के बारे में विस्तार से चर्चा की थी। 

  • विकास पथ- 9

    विकास पथ- 9

    Feb ०५, २०१८ १६:०३

    हमने इस्लामी सभ्यता के स्वर्णिम काल का उल्लेख करते हुए उसकी गहन समीक्षा की थी। 

  • विकास पथ- 8

    विकास पथ- 8

    Feb ०५, २०१८ १५:३०

    हमने बताया था कि इस्लाम के आगमन और विभिन्न राष्ट्रों व जातियों के बीच उसके तेज़ी से फैल जाने और फिर उसमें विभिन्न मानवीय संस्कृतियों के जुड़ जाने से एक महान और मज़बूत सभ्यता की आधार शिला रखी गई जिसमें विभिन्न राष्ट्र व जातियों की भागीदारी थी।

  • विकास पथ- 7

    विकास पथ- 7

    Feb ०५, २०१८ १४:३३

    आपको याद होगा कि हमने यह बताया कि बहुत से पश्चिमी विद्वान व इतिहासकार इस बात पर एकमत हैं कि मुसलमानों ने ज्ञान की उत्पत्ति की प्रक्रिया और मानव जाति की ज्ञान की विरासत को यूनान युग से पुनर्जागरण के युग तक पहुंचाने में बहुत बड़ा योगदान दिया है।