फ़िरदौसी ने शाहनामे में ख़ुद इस बात का उल्लेख किया है कि इस किताब की रचना में उन्हें तीस साल का समय लगा और इसके लिए उन्हें बहुत कठिनाइयां सहन करनी पड़ीं। वे कहते हैं।
हमने आपको यह बताया कि फ़िरदोसी जिस दौर में जी रहे थे उस दौर में प्राचीन ईरानी कहानियों व किवदन्तियों का ज़ोर था।
ईरान में इस्लाम के आगमन के बाद सामानी शासन काल को फ़ारसी साहित्व व शायरी के फलने फूलने का दौर कहा जा सकता है।
ईरानी राष्ट्र का इतिहास कई हज़ार साल पुराना है।